नई दिल्ली (ए)। भारतीय रेलवे ने सोमवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं। साथ ही साथ दोनों खिलाड़ियों को जितनी जल्दी हो सके राहत मिलने की उम्मीद है। इससे पहले उत्तर रेलवे (एनआर), जहां दोनों पहलवान काम करते थे, ने पहले उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था जब उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से उनकी पार्टी में शामिल होने के लिए मुलाकात की थी। एनआर ने कहा था कि कारण बताओ नोटिस सेवा मानदंड का हिस्सा था क्योंकि वे सरकारी कर्मचारी थे। नोटिस के बाद दोनों ने रेलवे से इस्तीफा दे दिया।
पुनिया और फोगाट दोनों हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए और फोगाट को हरियाणा के जुलाना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया है। उत्तर रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, अब, चूंकि रेलवे ने उनका इस्तीफा स्वीकार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, इसलिए उनके चुनाव लड़ने में कोई बाधा नहीं है। पहले ऐसी अटकलें थीं कि फोगाट तीन महीने की नोटिस अवधि के मानदंड के मद्देनजर चुनाव नहीं लड़ पाएंगी। चुनाव नियमों के अनुसार, चुनाव लड़ने के योग्य होने के लिए उन्हें रेलवे से आधिकारिक तौर पर कार्यमुक्त होना होगा।
विनेश फोगाट ने आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुए रविवार को कहा कि उन्हें लोगों के आशीर्वाद से हर लड़ाई जीतने की उम्मीद है। फोगाट (30) को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए जुलाना विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा गया है। हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान पांच अक्टूबर को होगा जबकि मतगणना आठ अक्टूबर को होगी। जुलाना पहुंचने पर फोगाट का गर्मजोशी से स्वागत किया गया तथा बुजुर्गों, महिलाओं और विभिन्न खापों के सदस्यों समेत उनके समर्थकों ने उनका माला पहनाकर स्वागत किया तथा आशीर्वाद दिया।