अंबेडकरनगर (ए)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए रविवार को कहा कि सत्ता तो विरासत में मिल सकती है, लेकिन बुद्धि नहीं। योगी ने कहा कि जो लोग सत्ता को अपनी जागीर समझते थे, वे अब सत्ता में वापस आने के लिए अराजकता पैदा करने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा के शासनकाल में गुंडे और माफिया अपनी ‘समानांतर’ सरकार चलाते थे, लेकिन 2017 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनने के बाद से हालात बदल गए और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होने लगी।
सत्ता विरासत में मिल सकती है, लेकिन बुद्धि नहीं- योगी
मुख्यमंत्री ने अंबेडकरनगर में 1,231 करोड़ रुपए की लागत वाली 6,778 विकास परियोजनाओं के उद्घाटन एवं शिलान्यास के बाद अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा, “सरकार चलाने के लिए जज्बा चाहिए, दिल चाहिए और दिमाग भी चाहिए। सत्ता विरासत में मिल सकती है, लेकिन बुद्धि नहीं।” उन्होंने कहा, “2017 से पहले उत्तर प्रदेश में सपा और कांग्रेस के संरक्षण में पलने वाले माफिया समानांतर सरकार चलाते थे। उस समय अंबेडकरनगर में हिंदू जागरण मंच के अध्यक्ष और टांडा निवासी हमारे प्रमुख कार्यकर्ता की हत्या हुई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की गई। तब भी मुझे आंदोलन करने के लिए यहां आना पड़ा था।”
गुंडे-माफिया भाग रहे, पुलिस उन्हें दौड़ा रही
योगी ने कहा, “2017 से पहले पुलिस भागती थी और गुंडे उन्हें दौड़ाते थे। मगर 2017 के बाद से गुंडे-माफिया भाग रहे और पुलिस उन्हें दौड़ा रही। अगर किसी अपराधी ने कहीं कोई दुस्साहस किया तो सरकार किसी भी हद तक जाकर उसके दुस्साहस का जवाब देगी।” मुख्यमंत्री ने सुल्तानपुर में एक सर्राफा व्यवसायी के यहां हुई डेढ़ करोड़ रुपए की लूट मामले के आरोपी मंगेश यादव की पुलिस मुठभेड़ में मौत पर अखिलेश द्वारा सवाल उठाए जाने की तरफ इशारा करते हुए कहा, “आप मुझे बताएं कि अगर कोई डकैत पुलिस से मुठभेड़ में मारा जाता है, तो सपा को बुरा क्यों लगता है। आप इन लोगों से पूछिए कि अपराधियों के साथ क्या होना चाहिए?”
2017 के बाद उत्तर प्रदेश माफिया मुक्त हुआ
उन्होंने सवाल किया, “क्या अयोध्या में निषाद जाति की एक बेटी के साथ सपा के एक नेता ने जो किया, वह ठीक था। हमारे मंत्री डॉ. संजय निषाद अयोध्या में उस बेटी की हालत देखकर रो पड़े थे, लेकिन सपा अब भी चाहती है आरोपी पर कोई कार्रवाई न हो।” मुख्यमंत्री ने सपा पर गुंडों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा, “बेटी तो सबकी बेटी होती है। उसकी रक्षा पूरे समाज का दायित्व बनता है, लेकिन सपा इसका महत्व कहां समझ पाएगी। उसके यहां तो गुंडों की फौज थी। जो जितना बड़ा गुंडा और माफिया होता था, पार्टी में उसे उतना ही बड़ा ओहदा दे दिया जाता था।” उन्होंने दावा किया कि 2017 के बाद उत्तर प्रदेश माफिया मुक्त हो गया है।