नई दिल्ली (ए)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रविवार को चेन्नई में एक नवनिर्मित अत्याधुनिक भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) बल के समुद्री बचाव समन्वयन केंद्र (एमआरसीसी) भवन का उद्घाटन करेंगे। मंत्रालय की तरफ से यह जानकारी दी गयी। सिंह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि वह द्रमुक के संरक्षक एम. करुणानिधि की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में आयोजित सिक्का जारी करने के कार्यक्रम में भी शामिल होंगे। दिवंगत करुणानिधि के बेटे एम.के. स्टालिन वर्तमान में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री हैं। रक्षा मंत्री रविवार को ही दो अतिरिक्त प्रमुख सुविधा केंद्रों – चेन्नई में क्षेत्रीय सामुद्रिक प्रदूषण प्रतिक्रिया केंद्र (आरएमपीआरसी) और पुडुचेरी में तटरक्षक वायु एन्क्लेव (सीजीएई) का भी उद्घाटन करेंगे। मंत्रालय की तरफ से एक बयान में कहा गया, ‘‘यह ऐतिहासिक अवसर समुद्री सुरक्षा और क्षेत्रीय समन्वय में एक बड़ी उन्नति को दर्शाता है, जो भारतीय तटरेखा के साथ समुद्री सुरक्षा और आपातकालीन प्रतिक्रिया को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
अधिकारियों ने कहा कि नया एमआरसीसी एक प्रतिष्ठित संरचना बनने जा रहा है जो समुद्र में संकट में फंसे नाविकों और मछुआरों के लिए समुद्री बचाव कार्यों के समन्वयन एवं प्रभावशीलता को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा। चेन्नई बंदरगाह परिसर में स्थित आरएमपीआरसी समुद्री प्रदूषण प्रबंधन में एक अग्रणी कदम का प्रतिनिधित्व करता है। क्षेत्र में अपनी तरह का पहला केंद्र होने के नाते, आरएमपीआरसी तटीय राज्यों से सटे क्षेत्र में समुद्री प्रदूषण की घटनाओं, विशेष रूप से तेल और रासायनिक रिसाव के प्रति प्रतिक्रियाओं के समन्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
पुडुचेरी में तटरक्षक वायु एन्क्लेव भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) बल के लिए एक अहम उपलब्धि है जो पुडुचेरी और दक्षिण तमिलनाडु तट पर समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने में सहायक होगा। बयान में कहा गया कि एयर एन्क्लेव चेतक और एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) स्क्वाड्रन से सुसज्जित होगा, जो हवाई निगरानी और प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाएगा।