नई दिल्ली (ए)। टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया। फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 7 रनों से हराया और इसके साथ ही उसके दिग्गज कप्तान रोहित शर्मा ने संन्यास का ऐलान भी कर दिया। इससे पहले विराट कोहली भी T20 इंटरनेशनल से संन्यास का ऐलान कर चुके हैं। साउथ अफ्रीका के खिलाफ खिताबी जीत हासिल करने के बाद रोहित शर्मा ने सभी के सामने ऐलान किया कि वो अब टीम इंडिया के टी20 फॉर्मेट में नहीं खेलेंगे।
Virat Kohli, Rohit Sharma retired from T20 format : रोहित ने 2007 के टी20 वर्ल्ड कप में ही इस फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए अपना डेब्यू किया था और तब भारत को पहले इवेंट में ही चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। अब अपने 9वें टी20 वर्ल्ड कप में रोहित ने कप्तानी करते हुए टीम इंडिया को 17 साल बाद दूसरी बार यही खिताब दिलाया और इस टूर्नामेंट के फाइनल के साथ ही फॉर्मेट को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।
टीम इंडिया की खिताबी जीत के बाद रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये ऐलान किया। उन्होंने कहा कि ये टीम इंडिया के लिए उनका आखिरी टी20 मैच था और इससे संन्यास लेने का इससे शानदार वक्त और तरीका कोई दूसरा नहीं हो सकता था। भारतीय कप्तान ने कहा कि वो इस टूर्नामेंट को जीतने के लिए बहुत ही बेसब्र थे और आखिरकार वो रुकावट पार करने में सफल हो ही गए, जिस पर पिछले 10 सालों से अटक रहे थे।
रोहित ने सिर्फ अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को चैंपियन ही नहीं बनाया, बल्कि खुद अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से इसमें अहम भूमिका निभाई। टूर्नामेंट के फाइनल में भले ही वो सिर्फ 9 रन बनाकर आउट हो गए लेकिन भारतीय कप्तान ने इससे पहले सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ और उससे पहले सुपर-8 के आखिरी मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धमाकेदार अर्धशतक लगाए थे। रोहित ने पूरे वर्ल्ड कप की 8 पारियों में भारत के लिए सबसे ज्यादा 257 रन बनाए, जिसमें 3 अर्धशतक शामिल थे।
इस फॉर्मेट में रोहित का सफर शानदार रहा। उन्होंने अपने करियर का अंत टी20 इंटरनेशनल में सबसे ज्यादा रन, सबसे ज्यादा शतक और सबसे ज्यादा छक्के जमाने वाले बल्लेबाज के रूप में किया। रोहित ने भारत के लिए सबसे ज्यादा 159 मैच भी खेले और 32 की औसत से रिकॉर्ड 4231 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 140.89 का रहा, जिसमें 5 शतक और रिकॉर्ड 305 छक्के शामिल हैं। इतना ही नहीं, विराट कोहली के बाद रोहित 1220 रनों के साथ टी20 वर्ल्ड कप के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज भी हैं।