रायपुर। बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर परिणाम के लिए धमतरी जिले में मिशन अव्वल का नवाचार किया गया, यह बहुत प्रशंसा योग्य है। बच्चों को आगे बढ़ते देखना बहुत अच्छा लगता है। जीवन में आगे बढ़ने के लिए दो सबसे महत्वपूर्ण सूत्र हैं कड़ी मेहनत और इच्छा शक्ति। यह बात मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने धमतरी जिला प्रशासन द्वारा आयोजित मिशन अव्वल समारोह के अवसर पर मेधावी छात्र-छात्राओं के सम्मान के अवसर पर कही।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि धमतरी जिला प्रशासन ने दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए मिशन अव्वल आरंभ किया। यह बहुत सफल रहा है। दसवीं और बारहवीं बोर्ड में जिले के बेटे-बेटियों ने बहुत अच्छे अंक हासिल किये हैं। उन्हें हम सम्मानित करने जा रहे हैं। जो इतने अच्छे रिजल्ट आये, उसके पीछे मिशन अव्वल की बड़ी भूमिका रही है। इसके अंतर्गत हर महीने टेस्ट लिये जाते थे। आखरी महीने में बच्चों को बोर्डिंग में रखकर विशेष रूप से तैयारी कराई गई। इसका अच्छा परिणाम हुआ और बहुत अच्छे नतीजे आये। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज 55 करोड़ 15 लाख रुपए के 122 विभिन्न कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा विकास का मूल मंत्र है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। यह केवल रोजगार प्राप्त करने का माध्यम नहीं है अपितु किसी भी क्षेत्र में उन्नति करना है तो अच्छी शिक्षा बहुत जरूरी है। आप सभी बच्चे मन लगाकर पढ़िये। छत्तीसगढ़ में उच्च स्तर के शैक्षणिक संस्थान उपलब्ध हैं। आप इनका लाभ लीजिए। हमारे प्रधानमंत्री श्री मोदी जी की परिकल्पना वर्ष 2047 तक विकसित भारत तैयार करने की है। इसके अनुरूप हमें भी वर्ष 2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ तैयार करना है और इसके लिए निश्चित रूप से शिक्षा जगत का बड़ा योगदान होगा। आप सभी मन लगाकर पढ़िये। धमतरी में विनोबा एप और स्वाध्याय एप जैसे शैक्षणिक नवाचार किये गये हैं। इसका लाभ बच्चों को अवश्य मिलेगा। सफलता के लिए दो चीजें बहुत जरूरी है पहला इच्छा शक्ति और दूसरा कड़ी मेहनत। अभी कुछ मेधावी बच्चों के अनुभव आपने सुने, उन्होंने बताया कि कितनी कड़ी मेहनत उन्होंने की है। आप सभी सपने देखिये, आप देश के कर्णधार हैं। सपने देखिये और आगे बढ़िये। मुख्यमंत्री ने बच्चों की हौसलाअफजाई करते हुए एक पंक्ति से अपनी बात समाप्त की। वो दूर खड़ी मंजिल इंगित कर तुम्हें बुलाती है, साहस से बढ़ने वालों के माथे पर चंदन लगाती है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने कहा कि आप सभी अपनी जीवनचर्या में योग को जरूर शामिल करें। अपनी व्यस्त दिनचर्या में थोड़ा समय योग के लिए जरूर निकालें।
अपने संबोधन में सांसद श्रीमती रूप कुमारी चौधरी ने कहा कि शिक्षा के महत्व को आज ही नहीं, हजारों साल से माना जा रहा है। हमारे यहां ज्ञान-विज्ञान की परंपरा रही है। बच्चों के इतने अच्छे अंक देखकर बहुत अच्छा लगता है। यह गौरवान्वित करने वाला क्षण होता है।