जम्मू (ए)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल के दिनों में जम्मू एवं कश्मीर में हुई आतंकवादी घटनाओं का उल्लेख करते हुए देश को आश्वस्त किया कि दुश्मनों को सबक सिखाने में वह कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार इस पूर्ववर्ती प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि अमन और इंसानियत के दुश्मनों को जम्मू एवं कश्मीर की तरक्की पसंद नहीं है और आज वो यहां का विकास रोकने के लिए ‘आखिरी कोशिश’ कर रहे हैं। यहां शेर-ए-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद अब जम्मू एवं कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरु हो गई हैं। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, हम जल्द ही राज्य का दर्जा देंगे।
लोकसभा चुनाव में हुए भारी मतदान का उल्लेख करते हुए उनहोंने यह भी कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में आज सही मायने में भारत का संविधान लागू हुआ है क्योंकि सबको बांटने वाली अनुच्छेद 370 की दीवार अब गिर चुकी है। उन्होंने कहा, ‘‘अमन और इंसानियत के दुश्मनों को जम्मू-कश्मीर की तरक्की पसंद नहीं है। आज वो आखिरी कोशिश कर रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर का विकास रूक सके।” उन्होंने कहा, ‘‘हाल ही में जो आतंकी वारदातें हुईं हैं, उन्हें सरकार ने बहुत गंभीरता से लिया है। मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि जम्मू-कश्मीर के दुश्मनों को सबक सिखाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे।” दो दिवसीय दौरे पर यहां पहुंचे मोदी शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने 1,500 करोड़ रुपये की 84 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री ने 1,800 करोड़ रुपये की लागत वाली कृषि और सम्बद्ध क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धात्मकता सुधार (जेकेसीआईपी) परियोजना की भी शुरुआत की। प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर में सरकारी नौकरियों के लिए 2000 से अधिक लोगों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। मोदी ने कहा कि आज जम्मू एवं कश्मीर में विकास के हर मोर्चे पर बड़े पैमाने पर काम हो रहा है और इसके तहत यहां हजारों किलोमीटर नई सड़कें बनी हैं, कश्मीर घाटी रेल संपर्क से भी जुड़ रही है।
चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे बड़े रेलवे ब्रिज का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि इसकी तस्वीरें देखकर तो हर भारतवासी गर्व से भर उठता है। लोकसभा चुनाव के नतीजों को उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जनता को सिर्फ ‘हम’ पर विश्वास है और इस विश्वास व उनकी आकांक्षाओं को ‘हमारी सरकार’ ही पूरा कर सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘जनता को हमारी नीयत और नीतियों पर भरोसा है।” उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व वाली पिछली सरकार के प्रदर्शन के आधार पर 60 साल के बाद तीसरी बार किसी सरकार को देश में जनादेश मिला है।
मोदी ने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव में मिले जनादेश का बहुत बड़ा मैसेज स्थिरता का है।” उन्होंने कहा, ‘‘अब भारत स्थिर सरकार के नए दौर में प्रवेश कर चुका है। इससे हमारा लोकतंत्र और मजबूत हुआ है और इस लोकतंत्र की मजबूती में जम्मू एवं कश्मीर की आवाम की, आपलोगों की बहुत बड़ी भूमिका रही है। अटल जी ने जो इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत का विजन दिया था। उसे आज हम हकीकत में बदलते देख रहे हैं। आपने इस चुनाव में जम्हूरियत को जिताया है। आपने पिछले 35-40 सालों का रिकॉर्ड तोड़ा है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर में आज सही मायने में भारत का संविधान लागू हुआ है और ये सब कुछ हो रहा है, क्योंकि सबको बांटने वाली अनुच्छेद 370 की दीवार अब गिर चुकी है उन्होंने कहा, ‘‘मैं देश के लिए दिन-रात जो भी कर रहा हूं, नेक नीयत से कर रहा हूं। मैं बहुत ईमानदारी से, समर्पण भाव से जुटा हूं ताकि कश्मीर की जो पिछली पीढ़ियों ने भुगता है, उसे बाहर निकालने का रास्ता बनाया जा सके।”
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1,500 करोड़ रुपये की 84 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। जिन परियोजनाओं का उन्होंने उद्घाटन किया उनमें सड़क अवसंरचना, जलापूर्ति योजनाएं और उच्च शिक्षा में अवसंरचना आदि से संबंधित परियोजनाएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री ने चेनानी-पटनीटॉप-नाशरी खंड के सुधार, औद्योगिक संपदाओं के विकास और छह सरकारी डिग्री कॉलेजों के निर्माण जैसी परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
प्रधानमंत्री ने 1,800 करोड़ रुपये की लागत वाली कृषि और सम्बद्ध क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धात्मकता सुधार (जेकेसीआईपी) परियोजना की भी शुरुआत की। यह परियोजना जम्मू एवं कश्मीर के 20 जिलों के 90 ब्लॉकों में क्रियान्वित की जाएगी और 15 लाख लाभार्थियों को कवर करते हुए तीन लाख परिवारों तक परियोजना की पहुंच होगी।