नई दिल्ली(ए)। दक्षिण-पश्चिम मानसून ने शुक्रवार को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में तय समय से करीब एक सप्ताह पहले दस्तक दे दी। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्यतः पांच जून को उत्तर बंगाल में तथा नौ जून के आसपास राज्य के दक्षिणी भाग में पहुंचता है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि क्षेत्र में दक्षिण-पश्चिम मानसून के जल्दी आने का कारण चक्रवात ‘रेमल’ का प्रभाव हो सकता है, जो बंगाल की खाड़ी से दक्षिण-पश्चिमी हवा को तटों तक लेकर आया और उसके बाद मानसून तेज गति से उत्तरी बंगाल की ओर बढ़ा।
मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों में उप-हिमालयी जिलों – कूचबिहार, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, कलिम्पोंग और दार्जिलिंग के अधिकांश हिस्सों में बारिश होने का अनुमान जताया है जबकि एक या दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। विभाग के मुताबिक, उत्तरी बंगाल में शुक्रवार सुबह 8:30 बजे तक 24 घंटों में जिन स्थानों पर महत्वपूर्ण वर्षा दर्ज की गई, उनमें अलीपुरद्वार (45 मिलीमीटर), जलपाईगुड़ी (43 मिलीमीटर) और कूचबिहार (28 मिलीमीटर) शामिल हैं। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के दौरान कोलकाता सहित दक्षिणी बंगाल के जिलों में गरज के साथ बारिश और तेज हवाएं चलने का भी अनुमान जताया है।