नईदिल्ली (ए)। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली में कथित रूप से धन देकर बुलायी गयी महिलाओं से बात करने वाले एक पत्रकार से मारपीट किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा देश से लोकतंत्र को खत्म करके जनता की आवाज छीन लेना चाहती है। पुलिस ने पत्रकार से मारपीट के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
प्रियंका ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”रायबरेली में गृहमंत्री जी की सभा में भाजपा के लोगों द्वारा ‘मोलिटिक्स’ के पत्रकार राघव त्रिवेदी को बेरहमी से पीटा गया। गृहमंत्री जी भाषण देते रहे और पुलिस मूकदर्शक बनी देखती रही।” कांग्रेस नेता ने कहा, “पत्रकार को सिर्फ इसलिए पीटा गया क्योंकि उन्होंने कुछ महिलाओं से बात की थी जो कह रही थीं कि सभा में आने के लिए उन्हें पैसे दिए गए।”
उन्होंने इसी पोस्ट में कहा, ”पूरे देश के मीडिया का मुंह बंद कर देने वाली भाजपा को यह बर्दाश्त नहीं है कि उनके खिलाफ कहीं कोई आवाज उठे। संविधान खत्म करने का अभियान चला रही भाजपा इस देश से लोकतंत्र को खत्म कर जनता की आवाज छीन लेना चाहती है।” प्रियंका ने अपनी पोस्ट के साथ एक वीडियो भी साझा किया है जिसमें एक व्यक्ति किसी अस्पताल के स्ट्रेचर पर पड़ा कराह रहा है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ”हम मामले की जांच कर रहे हैं।”
शाह ने रायबरेली से भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह के समर्थन में एक रैली को सम्बोधित किया। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल घायल पत्रकार से मिलने के लिये अस्पताल पहुंचे। इस मामले में सदर कोतवाली में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
सदर थाने के प्रभारी राजेश सिंह ने बताया कि इस संबंध में पत्रकार त्रिवेदी के सहयोगी संजीत साहनी की शिकायत पर पांच-छह अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 147 (दंगा), 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना) और 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है तथा मामले की जांच की जा रही है। साहनी ने अपनी तहरीर में कहा है कि वह पत्रकार साथी राघव त्रिवेदी के साथ गृह मंत्री अमित शाह की रैली कवर करने के लिये दिल्ली से आये थे।
तहरीर के मुताबिक, रैली खत्म होने के बाद त्रिवेदी वहां मौजूद लोगों से बात कर रहा था, तभी कुछ लोगों ने इसका विरोध करते हुए उनके साथ मारपीट की। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अस्पताल पहुंचे और पत्रकार का हाल जाना। उन्होंने आरोप लगाया कि पत्रकार त्रिवेदी अमित शाह के कार्यक्रम में आई कुछ महिलाओं से बात कर रहा था जिस दौरान महिलाओं ने बताया कि ग्राम प्रधान ने उन्हें 100-100 रुपये देकर बुलाया है।
बघेल का कहना है कि यह बात सुनकर भाजपा के कुछ स्थानीय नेताओं ने पत्रकार राघव त्रिवेदी का फोन छीनने की कोशिश की और उन्हें मारापीटा। बघेल ने दावा किया, राघव त्रिवेदी कह रहे हैं कि उन्होंने दाढ़ी रखी है इसलिए शायद लोगों ने उन्हें दूसरे धर्म का समझकर पीटा जबकि उस समय पुलिसकर्मी मौजूद थे लेकिन पत्रकार को किसी ने नहीं बचाया।