रायपुर। छत्तीसगढ़ देश के उन चुनिंदा राज्यों में है जहाँ पुरूषों से ज्यादा महिला मतदाता हैं। प्रदेश में मतदाता लिंगानुपात 1015 है यानी एक हजार पुरूष में एक हजार पंद्रह महिला मतदाता। राज्य में सबसे अधिक महिला मतदाता रायपुर लोकसभा क्षेत्र में है जहाँ 11 लाख 69 हजार 358 महिला मतदाता हैं जबकि मतदाता लिंगानुपात सबसे अधिक बस्तर लोकसभा क्षेत्र का है। यहाँ कुल एक हजार पुरूष मतदाता में 1086 महिला मतदाता हैं। छत्तीसगढ़ की महिलाएं सिर्फ मतदाता के तौर पर ही नहीं बल्कि निर्वाचन कार्य में अपनी मजबूत और अहम भूमिका निभा रहीं हैं। इसी प्रकार निर्वाचन के लिए दिव्यांग तथा युवा मतदान दलों के जरिए पूरे निर्वाचन को स्वतंत्र, पारदर्शी और निष्पक्ष रूप में संपन्न कराने की जिम्मेदारी दी गई है।
लोकसभा निर्वाचन-2024 के लिए प्रदेश में तीन चरणों में मतदान होंगे। शत प्रतिशत मतदान सुनिश्चित कराने के लिए प्रदेश में कुल 24,229 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। इनमें से 3320 मतदान केन्द्र ऐसे हैं जहाँ पूरी तरह महिला मतदान कर्मी ही मतदान संपन्न कराएंगी। दल के सभी चारों सदस्य महिला होंगी। इसी प्रकार 90 दिव्यांग तथा 387 युवा मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। जहां सिर्फ युवा मतदान कर्मी ही कार्य करेंगे , इसी प्रकार प्रदेश में 450 आदर्श मतदान केन्द्र भी बनाए जा रहे हैं।
पहले चरण में जहाँ बस्तर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव होना है वहाँ प्रदेश में सबसे अधिक मतदाता लिंगानुपात है। यहाँ 14 लाख 72 हजार 207 मतदाताओं में 7 लाख 71 हजार 679 महिला मतदाता हैं जो कुल मतदाताओं का 52 प्रतिशत है। बस्तर में कुल 1961 मतदान केन्द्रों में से 191 संगवारी मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। वहीं 36 युवा तथा 08 दिव्यांग मतदान केन्द्र निर्धारित किया गया है। बस्तर जैसे दुर्गम तथा माओवाद प्रभावित क्षेत्र में जिस प्रकार से महिला अधिकारी कर्मचारियों ने साहसपूर्वक निर्वाचन कार्य को पूरा करने निर्णय लिया है वह अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा है।
प्रदेश में महिला मतदाता और मतदान दलों के अतिरिक्त प्रदेश की महिला अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में निर्वाचन में शामिल हो रही हैं। प्रदेश में तीन चरणों में हो रहे निर्वाचन को शांतिपूर्ण संपन्न कराने की जिन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई है वो भी महिला ही हैं। निर्वाचन की व्यापक तैयारी और इसके सफल संचालन के लिए महिला अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में हिस्सा ले रहीं हैं। प्रदेश में निर्वाचन कार्य के सफल संचालन का दायित्व भी वरिष्ठ महिला IAS अधिकारी के कंधों पर है।
इनके अलावा 01 रिटर्निंग अधिकारी 17 सहायक रिटर्निंग अधिकारी समेत 13,500 महिला मतदान कर्मी भी शामिल हैं। मतदान दल में 3320 पीठासीन अधिकारी के अलावा सहायक पीठासीन अधिकारी प्रदेश में निर्वाचन को सुगमता से संपन्न कराने में पूरी तत्परता से जुटी हुईं हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में सीईओ के अतिरिक्त सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ,संयुक्त संचालक ,उप संचालक समेत अनेक संकायों में महिलाएं पूरी तन्मयता से कार्य कर रहीं हैं।
मीडिया मॉनिटरिंग सेल में कार्यरत लोगों में अधिकांश महिलाएं हैं वहीं राज्य स्तरीय मीडिया प्रमाणन समिति में भी महिला अधिकारी बड़ी कुशलता से निर्वाचन के कार्यों को संपन्न कर रहीं हैं।