Home देश-दुनिया ‘लेना है तो लो नहीं तो चलते बनो’, केजरीवाल ने तैयार किया सीट शेयरिंग का फॉर्मूला, कांग्रेस को थमाई रेवड़ी

‘लेना है तो लो नहीं तो चलते बनो’, केजरीवाल ने तैयार किया सीट शेयरिंग का फॉर्मूला, कांग्रेस को थमाई रेवड़ी

by admin

नई दिल्ली (ए)।  Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव नजदीक आते-आते विपक्षी दलों में हलचल तेज हो गई है. विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A में सीट शेयरिंग को लेकर रस्साकसी जारी है. इसी बीच आम आदमी पार्टी (AAP) ने कांग्रेस पार्टी को दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से सिर्फ एक सीट देने की पेशकश की है. इससे आगामी आम चुनावों के लिए सीट-बंटवारे की बातचीत में तनाव बढ़ गया है. हालांकि कहा जा रहा है कि दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस के साथ बातचीत कर रही है.

सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आप सांसद संदीप पाठक ने कहा कि योग्यता के आधार पर कांग्रेस पार्टी दिल्ली में एक भी सीट की हकदार नहीं है, लेकिन गठबंधन के धर्म को ध्यान में रखते हुए हम दिल्ली में उन्हें एक सीट देने की पेशकश कर रहे हैं. हम कांग्रेस पार्टी को एक सीट पर और आप को छह सीटों पर लड़ने का प्रस्ताव दे रहे हैं. पिछले दिल्ली चुनावों में आम आदमी पार्टी के मजबूत प्रदर्शन के कारण अधिकांश विधानसभा सीटें जीती थीं.

कांग्रेस और AAP में पहले हुआ थाी 4ः3 का समझौता

संदीप पाठक ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई है. एमसीडी चुनाव में भी कांग्रेस ने 250 में से 9 सीटें जीती हैं. सूत्रों के मुताबिक शुरुआती चर्चा में दिल्ली में 4:3 सीट शेयरिंग के फॉर्मूले का सुझाव दिया गया था, जिसमें कहा गया था कि कांग्रेस चार सीटों पर और आप तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी. हालांकि पाठक के बयान से संकेत मिलता है कि विपक्षी पार्टियां उस आम सहमति तक पहुंचने में विफल रहीं जो दोनों पक्षों के लिए संतोषजनक थी.

पंजाब में सीट शेयरिंग को लेकर पहले ही हो चुकी है तकरार

2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने दिल्ली की सभी सात सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी खाली हाथ रहीं. दिल्ली में सीट शेयरिंग फार्मूला की पेशकश पंजाब में I.N.D.I.A ब्लॉक के सहयोगियों के बीच चल रही असहमति के बाद आई है. यहां कांग्रेस ने सत्तारूढ़ AAP की ओर से ठुकराए जाने के बाद अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जो सभी 13 लोकसभा सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले शनिवार को एक रैली में कहा था कि लोकसभा चुनाव के लिए पंजाब में 13 सीटें हैं और चंडीगढ़ से एक, कुल 14 सीटें हैं. अगले 10-15 दिनों में AAP इन सभी 14 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेगी.

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