नई दिल्ली (ए)। Bangladesh General Election 2024 : बांग्लादेश में रविवार को आम चुनाव हुए थे। शेख हसीना पांचवीं बार प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार हैं। हालांकि, चुनाव का परिणाम तभी तय हो गया था जब नवंबर में इसके शेड्यूल का ऐलान हुआ था और मुख्य विपक्ष ने इसका विरोध किया था। 10 प्वाइंट्स में जानिए बांग्लादेश में इस बार का चुनाव कैसा रहा।
1. शेख हसीना की आवामी लीग ने देश की 300 संसदीय सीटों में से 152 पर जीत हासिल की है। वहीं, वर्तमान विपक्ष जातीय पार्टी महज आठ सीटों पर सिमट गई। खास बात यह रही कि निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में कुल 45 सीटें आईं।
2. इस चुनाव में 27 राजनीतिक दलों के 1500 से ज्यादा उम्मीदवार मैदान में थे। निर्दलीय प्रत्याशियों की संख्या 436 थी। विपक्षी जातीय पार्टी के अलावा चुनाव में शामिल हुए सभी दल आवामी लीग के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा थे।
3. 76 साल की शेख हसीना ने गोपालगंज-3 सीट से चुनाव लड़ा था। उनके खाते में दो लाख 49 हजार 965 वोट आए जबकि यहां से दूसरे स्थान पर रहे बांग्लादेश सुप्रीम पार्टी के प्रत्याशी निजामुद्दीन लश्कर केवल 469 मतों पर सिमट गए।
4. इस चुनाव में जीत हासिल करने के साथ शेख हसीना दुनिया में सबसे लंबे समय तक किसी देश की सत्ता संभालने वाली महिला नेता बन गई हैं। वह 1996 से 2001 तक प्रधानमंत्री थीं। इसके बाद 2009 से अब तक वह इस पद पर हैं।
5. बांग्लादेश ने इस दौरान चुनाव पूर्व हिंसा भी देखी। मतदान से एक दिन पहले एक पैसेंजर ट्रेन को आग लगा दी गई थी जिसमें चार लोगों की जान भी चली गई थी। इसके साथ ही इमारतों पर आगजनी की कई घटनाएं भी सामने आई थीं।
6. चुनाव से पहले शेख हसीना की सरकार ने बड़ी संख्या में विपक्षी नेताओं और उनके समर्थकों को गिरफ्तार किया था। इसे लेकर सरकार ने कहा था कि ये कदम राजनीति के चलते नहीं बल्कि आपराधिक आरोपों के आधार पर उठाया गया था।
7. सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुए चुनाव की निगरानी करने के लिए 100 से अधिक विदेशी ऑब्जर्वर थे। इनमें से तीन ऑब्जर्वर भारत से भी थे। बांग्लादेश के निर्वाचन आयोग के अनुसार इस आम चुनाव में मतदान प्रतिशत केवल 40 फीसदी रहा।
8. दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी और बांग्लादेश टीम के कप्तान शाकिब अल हसन भी इस बार चुनावी मैदान में थे। अवामी लीग से प्रत्याशी शाकिब ने मगुरा से चुनाव लड़ा था। उन्होंने 1.5 लाख से ज्यादा मतों के अंतर से जीत हासिल की है।
9. देश के मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) और अन्य दलों ने शेड्यूल घोषित होते ही इस चुनाव का विरोध करने का ऐलान किया था। बीएनपी ने शनिवार को दो दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल की घोषणा भी की थी।
10. बीएनपी ने जनता से मतदान न करने की भी अपील की थी और दावा किया था कि अवामी लीग निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में डमी कैंडिडेट खड़े कर रही है जिससे चुनाव सही नजर आए। लेकिन अवामी लीग ने इसे खारिज किया है।