Home देश-दुनिया दो गांवों में जगी उम्मीदों की रोशनी, 76 वर्ष बाद ग्रिड कनेक्टिविटी से बिजली आपूर्ति का सपना पूरा

दो गांवों में जगी उम्मीदों की रोशनी, 76 वर्ष बाद ग्रिड कनेक्टिविटी से बिजली आपूर्ति का सपना पूरा

by admin

श्रीनगर(ए)। उत्तरी कश्मीर के जिला कुपवाड़ा में नियंत्रण रेखा (एलओसी) से सटे कुंडिया और पटरु के निवासियों के लिए मंगलवार की रात आर्थिक सामाजिक विकास की नई रोशनी जगा गई। आजादी के 76 वर्ष बाद दोनों गांवों में पहली बार ग्रिड कनेक्टिविटी के माध्यम से बिजली की आपूर्ति का सपना पूरा हुआ। कल तक उनके घरों रात को रोशनी के लिए पर्यावरण को जो नुकसान पहुंचता था, वह भी बंद हो गया है।2 से 3 घंटे मिलती थी बिजली

सिर्फ यही नहीं अब यथासंभव नियमित और वह भी गुणवत्तापूर्ण बिजली की आपूर्ति हुआ करेगी। केरन के कुंडियां और पटरु अग्रिम गांव हैं। दोनों गांवों की आबादी लगभग 1300 है। हालांकि दोनों गांवों में बिजली पहले भी थी, लेकिन वह डीजी सेट से उत्पादित होती थी। सिर्फ सूर्यास्त के बाद रात को मांत्र दो से तीन घंटे ही उपलब्ध कराई जाती थी। बिजली की गुणवत्ता कम थी, लो वोल्टेज होती थी। लोगों को बिजली से संबंधित सभी काम उन्हीं दो घटों में पूरे बच्चों की पढ़ाई होती थी प्रभावित

कई छात्रों की पढ़ाई 10वीं तक पहुंचे पहुंचते छूट जाती। जो समर्थ परिवारों से होते, उनके परिजन उन्हें पढ़ने के लिए कुपवाड़ा, श्रीनगर या किसी अन्य शहर में भेज देते थे। स्थानीय लोग लंबे समय से ग्रिड कनेक्टिविटी की मांग कर रहे थे। स्थानीय भौगोलिक परिस्थितियों के बीच ग्रिड कनेक्टिविटी के लिए आवश्यक ढांचा तैयार करना भी काफी कठिन था। करने होते थे। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी।

आयुषी सूदन का आभार जताया

कश्मीर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड इलेक्ट्रिक डिवीजन कुपवाड़ा ने समृद्ध सीमा योजना (एसएसवाई) के तहत 250 केवी (33 केवी/440 वोल्ट) के दो सब स्टेशन तैयार कर इन गांवों को ग्रिड कनेक्टिविटी से बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कर दी।

स्थानीय लोगों ने अपने घरों को जब बिजली से रोशन देखा तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा,क्योंकि पहले उनके घर में बिजली के बल्ब की जो रोशनी होती थी, वह दीये की रोशनी के बराबर थी। स्थानीय लोगों ने जिला उपायुक्त आयुशी सूदन का आभार जताया। जब जिला उपायुक्त कुंडियां पहुंची तो स्थानीय लोगों ने उनके स्वागत में एक समारोह का आयोजन किया।

अगला लक्ष्य केरन तक सड़क का निर्माण

जिला उपायुक्त आयुशी सूदन ने कहा कि हमारा अगला लक्ष्य दत्त पुल से केरन तक सड़क का निर्माण है। यह काम हमने बीकन को सौंपा है। इस वर्ष के अंत तक केरन में एक भी गांव बीएसएनएल के मोबाइल नेटवर्क के दायरे से बाहर नहीं रहेगा। एयरटेल और जियो जैसी कंपनियों को भी क्षेत्र में नेट कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए कहा जाएगा।

बच्चे भी रात को बिजली की रोशनी में पढ़ सकेंगे

ब्लाक विकास परिषद केरन के अध्यक्ष सैयद खोजा ने कहा कि हम जिला प्रशासन के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने परियोजना को पूरा करने के लिए गंभीरता के साथ काम कर सपना पूरा किया है। अन्यथा दो माह में यह काम पूरा नहीं होता। हमारे यहां डीजी सेट से बिजली आती थी और वह भी अगर डीजल खत्म हो गया तो समझो बिजली भी बंद। अब हमारे बच्चे भी रात को बिजली की रोशनी में पढ़ सकेंगे। हमीद अहमद नामक एक अन्य युवक ने कहा कि हमारे इलाके में भी पर्यटन विकास की पूरी संभावना है,लेकिन बिजली की सीमित आपूर्ति के चलते पर्यटकों के लिए मूलभूत सुविधाएं जुटाना मुश्किल था। अब यह पिछड़ापन दूर होगा। यहां इंटरनेट की सुविधा की बहाली का रास्ता भी परियोजना ने तैयार कर दिया है।

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