नई दिल्ली(ए)। त्यौहारी सीज़न शुरू हो चुका है और दिवाली भी अब दूर नहीं रह गई है। दिवाली से पहले खरीदारी के लिए बहुत शुभ माने जाने वाला दिन धनरेतस या धनत्रयोदशी को इस साल शुक्रवार, 10 नवंबर 2023 को मनाया जा रही है। इस दिन लोग मकान, वाहन, आभूषण, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक्स के सामान आदि की खरीदारी करते है। धनतेरस के दिन के खरीदारी के लिए बहुत शुभ माना जाता है। एक मान्यता के अनुसार इस दिन खरीदारी करने से संपत्ति में तेहर गुणा वृद्धि होती है।इसलिए इस दिन को लोग खुब हर्ष और उलाहास से जमकर खरीदारी करते हैं। आम तोर पर लोग धनतेरस के दिन सोना या किसी भी आभूषण की खरीददारी करते हैं लेकिन कई बार लोगों को शुद्ध सोने और नकली सोने में अंतर नहीं पता होता है।अगर आप भी गोल्ड खरीदने जा रहे हैं, तो आपको केवल गोल्ड की कीमत के बारे में ही नहीं, बल्कि गोल्ड की शुद्धता के बारे में भी जानकारी होनी ही चाहिए। सोने की शुद्धता बहुत महत्वपूर्ण है और यही कारण है कि गोल्ड के मूल्य में विभिन्नता होती है। आप चाहें सोना निवेश के लिए खरीदें या निजी उपयोग के लिए, इसकी शुद्धता को महत्वपूर्ण मानना चाहिए। आप जानते ही होंगे कि सोने की शुद्धता को कैरेट (K) में मापा जाता है, और 24 कैरेट सोना को सबसे ज्यादा शुद्ध माना जाता है। इसे सिक्के और गोल्ड बार बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। इसकी प्योरिटी 999 मानी जाती है, इसका मतलब है कि 24 कैरेट सोना 99.90% शुद्ध होता है, और अन्य धातुएं 0.1% होती हैं। जब आप गोल्ड ज्वैलरी खरीदते हैं, तो उसमें 18K से 22K का सोना इस्तेमाल किया जाता है। इसके साथ इसमें दूसरी धातु भी मिश्रित होती है। आपको जवेलरी की शुद्धता को भी ध्यान में रखना चाहिए। सरकार ने 1 जुलाई 2021 से हॉलमार्क को अनिवार्य कर दिया है। अगर आप शुद्ध सोने के गहने खरीदना चाहते हैं, तो हॉलमार्क को जरूर देखें। अगर हॉलमार्क ज्वेलरी में नहीं है, तो सोने की खरीददारी नहीं करनी चाहिए। हॉलमार्क आपको सोने की शुद्धता की पुष्टि करने में मदद करता है और आपको एक विश्वसनीय गोल्ड उत्पाद की गारंटी देता है।
गोल्ड की शुद्धता के महत्व के बारे में जरुर जाने , ताकि धनतेरस के दिन कोई ठगी ना करे सके
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