नईदिल्ली (ए)। इस वर्ष सितंबर महीने में सब्जियों और फलों के साथ ही ईंधन की कीमतोें में कमी आने उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई घटकर 5.02 प्रतिशत पर आ गई जबकि पिछले वर्ष सितंबर में यह 7.41 प्रतिशत रही थी। इस वर्ष अगस्त में यह महंगाई 6.83 प्रतिशत रही थी। आज जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार सितंबर 2023 में खाद्य महंगाई 6.56 प्रतिशत पर रही है जबकि पिछले वर्ष इसी महीने में यह 8.60 प्रतिशत पर रही थी। इस वर्ष अगस्त में यह 8.53 प्रतिशत रही थी। इस वर्ष सितंबर में सब्जियों की महंगाई 198.3 पर रही जबकि अगस्त 2023 में यह 235.4 रही थी। इसी तरह से फलों की खुदरा महंगाई 177.8 पर रही जबकि अगस्त महीने में यह 179.8 पर रही थी। सरकार द्वारा रसोई सिलेंडर की कीमतों में 200 रुपये की कमी किए जाने से लोगों को काफी राहत मिली है क्योंकि खुदरा महंगाई में शामिल ईंधन एवं लाइट समूह की महंगाई सितंबर महीने में 179.3 पर आ गई जबकि अगस्त 2023 में यह 186.5 पर रही थी। हालांकि अगस्त की तुलना में अनाजों, मांस एवं मछली, अंडें, दूध एवं दुग्घ उत्पाद, तेल एवं वसा, दाल एवं दलहन, चीनी एवं चीनी निर्मित उत्पाद, मसालें तथा गैर एल्कोहलिक ब्रेबरेज की कीमतों में कुछ बढोतरी देखी गई है। इस दौरान विर्निमित उत्पादों की महंगाई में भी मामूली वृद्धि देखी गई है। RBI के दायरे में आई महंगाई
खुदरा महंगाई 2 महीने के अंतराल के बाद फिर से भारतीय रिजर्व बैंक के संतोषजनक दायरे में आ गई है। केंद्रीय बैंक को महंगाई 2 फीसदी घट-बढ़ के साथ 4 फीसदी पर रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है। आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर में खाने-पीने की चीजों की कीमतें घटने से खाद्य महंगाई 6.56 फीसदी पर आ गई जबकि अगस्त में यह 9.94 फीसदी रही थी। हाल ही में हुई आरबीआई मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक के बाद भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा था कि वित्तीय वर्ष 2024 के लिए महंगाई अनुमान को 5.4% पर बरकरार रखा है।
आम आदमी को राहत, सितंबर में तीन महीने के निचले स्तर पर पहुंची महंगाई, 5.02 रहा इंफ्लेशन रेट
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