श्रीराम की 30 फीट की भव्य प्रतिमा का सिहावा-नगरी में लोकार्पण किया मुख्यमंत्री ने
9 करोड़ 61 लाख रुपए की लागत से रामवनगमन पर्यटन परिपथ अंतर्गत सौंदर्यीकरण,
नगरी में 8 करोड़ 29 लाख रुपए की लागत से और सिहावा में
1 करोड़ 32 लाख रुपए की लागत से किया गया कार्य
श्रीराम की प्रेरणा से सबको सम्मान और सबको अवसर दिलाने के लिए कर रहे कार्य
किसानों से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदेंगे चाहे कितनी भी दिक्कत क्यों न आये
रायपुर। छत्तीसगढ़ की पुण्यभूमि धमतरी जिले के नगरी-सिहावा में रामकथा से जुड़े स्थलों को सहेजने और इनके विकास के लिए बनाये गये रामवनगमन पर्यटन परिपथ के कार्यो का लोकार्पण करने आज मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल पहुँचे। 9 करोड़ 61 लाख रुपए की लागत से तैयार किये गये इस परिपथ का सबसे बड़ा आकर्षण भगवान श्रीराम की 30 फीट की सुंदर धवल प्रतिमा है। परिपथ का लोकार्पण करने के पश्चात मुख्यमंत्री सिहावा में कर्णेश्वर रामायण महोत्सव में भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने रामायण महोत्सव में कहा कि रामराज्य में सबको सम्मान और सबको बराबरी का अवसर मिलता है। भगवान श्रीराम की प्रेरणा से हमारी सरकार भी सबको सम्मान और सबको अवसर दिलाने लगातार काम कर रही है। हम किसानों, मजदूरों का आर्थिक स्तर उठाने का काम कर रहे हैं। बेरोजगारों को रोजगार दिलाने का काम कर रहे हैं। हमने तय किया है कि इस बार किसानों से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदेंगे। चाहे किसी भी तरह की दिक्कत आये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जहां जहां भगवान श्रीराम के चरण पड़े, उन्हें हम विकसित कर रहे हैं। इसकी शुरूआत हमने माता कौशल्या की पुण्यभूमि चंदखुरी से की। प्रदेश में 10 स्थलों का चयन कर इन्हें राम वनगमन पर्यटन परिपथ के रूप में विकसित किया जा रहा है। हमने देश में पहली बार राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन कराया। श्रीराम से जुड़े स्थलों का विकास हम कर रहे हैं और इसी क्रम में नगरी सिहावा में भी यह किया गया है।
कार्यक्रम को गृह एवं पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने सम्बोधित करते हुए कहा कि पूरे राज्य में 162 करोड़ रुपये की लागत से राज्य सरकार रामवनगमन पर्यटन परिपथ को विकसित कर रही है। हमारी सरकार ने पर्यटन नीति बनाया जिससे पर्यटन क्षेत्र विकसित हो और पर्यटक वहां पहुँचे और क्षेत्र का विकास हो।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय महोत्सव के आयोजन पर बनाए गए कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया साथ ही उन्होंने रामसीय मानस मंडली कोटगाँव, रामसिया मानस मंडली कुरूद, जगतरणी मानस परिवार नगरी, जय तुलसी मानस परिवार कांकेर, बस्तरीह मानस मंडली कोंडागांव को वाद्य यंत्र खरीदने हेतु 5 हजार का चेक सौंपे। महोत्सव में आए प्रख्यात भजन गायक अनूप जलोटा को भी उन्होंने सम्मानित किया।
कार्यक्रम राज्य गौसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास, सिहावा विधायक और मध्यक्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष डॉ लक्ष्मी ध्रुव,महापौर नगर पालिक निगम, धमतरी विजय देवांगन, अध्यक्ष दिव्यांग जन सलाहकार बोर्ड मोहन लालवानी, उपाध्यक्ष जिला पंचायत निशु चंद्राकर, आईजी आरिफ शेख, कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी, पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद रहे।
इस तरह विकसित किया गया परिपथ- मुकुंदपुर में 8 करोड़ 29 लाख रूपए की लागत से भगवान श्रीराम की प्रतिमा, श्री राम वाटिका, दीप स्तंभ, एलइडी ब्राडिंग, सप्तऋषि की मूर्तियां, प्रवेश द्वार, कॉटेज, पार्किंग, एप्रोच रोड, पर्यटक सूचना केन्द्र, कलवर्ट निर्माण, कॉटेज निर्माण, लॉन डव्हलपमेंट, सीसीटीवी, यज्ञशाला, जनसुविधा केन्द्र, ड्रेन, विद्युतीकरण, ओव्हरहेड वॉटर टैंक, स्टेयर्स, सीढ़ी निर्माण, मॉडयूलर शॉप, सप्तऋषि स्थल का विकास, साइनेजेस, गजीबो, बाउण्ड्रीवॉल, साइट डव्हलपमेंट, गार्ड रूम का निर्माण किया गया है। वहीं श्रृंगी ऋषि आश्रम सिहावा में 1 करोड़ 32 लाख रुपए की लागत से करटेन वॉल ( म्यूरल के साथ), प्रवेश द्वार, रेलिंग एवं शेड निर्माण, गजिबो, सौदर्यीकरण, विद्युतीकरण, यज्ञशाला (पहाड़ी पर), इंटरनल प्लम्बिंग, श्रृंगी ऋषि आश्रम में स्थित हनुमान मंदिर का सौदर्यीकरण, पाथवे का विकास, जनसुविधा केन्द्र सहित विभिन्न अधोसंरचना बनाई गई हैं जिनका आज लोकार्पण हुआ।