नई दिल्ली (ए)। सावन का माह अब धीरे-धीरे समापन की ओर बढ़ रहा है। अधिक मास के कारण इस बार सावन में आठ सोमवार हो गए तो भक्तों को भी भोलेशंकर को प्रसन्न करने का खूब अवसर मिला। आठ में से पांच सोमवार तो बीत ही चुके हैं और अब तीन सोमवार 14 अगस्त, 21 अगस्त और 28 अगस्त ही रह गए हैं। यह लेख उन्हीं लोगों के लिए है, जो किन्हीं कारणों से अभी तक सावन के सोमवार का लाभ नहीं ले पाए हैं। अब यह आखिरी मौका है, जब आप भोलेनाथ की आराधना कर अपनी मनोकामना पूरी कर सकते हैं।
यूं तो सावन के प्रत्येक सोमवार को व्रत रखते हुए पूरे सावन में शिवलिंग का जलाभिषेक और बेल पत्र का अर्पण किया जाता है, किंतु आप किन्हीं तरह की व्यस्तताओं में ऐसा नहीं कर सके हैं तो अब कर लें। अभी भी तीन सोमवार बचे हैं।सावन के महीने में दूध का प्रयोग करना या दूध अर्पित करना उचित नहीं है और हां तांबे के बर्तन से दूध भूलकर भी अर्पित न करें। जलाभिषेक के साथ शिव पंचाक्षर स्तोत्र का पाठ करें। प्रातः भोलेनाथ का पूजन करने के बाद ही जलपान या कोई अन्य कार्य करें।
यदि आप रुद्राक्ष की माला धारण करना चाहते हैं तो इस महीने से उत्तम समय कोई नहीं हो सकता है। रुद्राक्ष धारण करने के पहले शिवजी के मंत्र का कम से कम एक माला अर्थात 108 बार जाप करने के बाद माला को शिवलिंग से स्पर्श कराने के बाद गले में धारण कर सकते हैं। हां इसके पहले आपको माला गंगा जल से धोकर पवित्र कर लेना चाहिए।
जिन लोगों के विवाह में बाधा आ रही है और उस बाधा को दूर करना चाहते हैं, वह ओम उमा महेश्वराय नमः मंत्र का नित्य जाप करें। भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें तो बाधाएं दूर होकर जल्द से जल्द विवाह की संभावान प्रबल हो जाती हैं।