नईदिल्ली (ए)। मोदी उपनाम टिप्पणी से जुड़े मानहानि मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस नेता की दोषसिद्धि पर रोक लगा दी है। इस राहत के बाद राहुल की लोकसभा सदस्यता बहाल होने को लेकर गहमागहमी तेज हो गई है। कांग्रेस नेता तत्काल राहुल गांधी की सांसदी बहाल करने की मांग कर रहे हैं। अधीर रंजन चौधरी ने इस मामले में लोकसभा सचिवालय को पत्र भी लिखा था। वहीं, कांग्रेस इसे लेकर अपनी रणनीति भी बना रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सांसदी को लेकर स्पीकर ओम बिरला पर दबाव बनाने की रणनीति तय करने के लिए पार्टी के लोकसभा सदस्य सोमवार को संसद परिसर में बैठक करेंगे। जानकारी के मुताबिक, सदन की 11 बजे शुरू होने वाली कार्यवाही से पहले 10:30 बजे पार्टी के संसद भवन में स्थित कार्यालय में कांग्रेस नेताओं की बैठक बुलाई गई है। मोदी उपनाम मानहानि मामले में सुप्रीम कोर्ट से राहुल की दोषसिद्धि पर रोक लगने के बाद पार्टी ने कोर्ट का आदेश औपचारिक रूप से लोकसभा सचिवालय को सौंप दिया है।
अधीर रंजन चौधरी ने जताई थी नाराजगी
सदन में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि राहुल की संसद सदस्यता अब तक बहाल न किए जाने पर उन्होंने अपनी नाराजगी भी जताई थी चौधरी ने मीडिया से कहा था कि जिस गति से उन्हें अयोग्य घोषित किया गया था उन्हें उसी गति से फिर योग्य घोषित करना उतना ही महत्वपूर्ण है। मैंने पिछली रात स्पीकर साहब को फोन किया और कहा कि उन्हें कोर्ट के दस्तावेज सौंपना चाहता हूं ताकि राहुल गांधी की संसद में वापसी तय हो सके। इस पर स्पीकर ने मुझे महासचिव से बात करने और दस्तावेज उनके कार्यालय में जमा करने के लिए कहा। मैंने महासचिव को फोन किया तो जवाब मिला कि उनका कार्यालय आज बंद है। उन्होंने मुझे अध्यक्ष को पत्र सौंपने को कहा। मैंने पत्र डाक विभाग को दिया, लोकसभा के अवर सचिव ने पत्र पर हस्ताक्षर तो किए लेकिन मोहर नहीं लगाई।