आज सावन महीने का चौथा सोमवार है। इस दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने का विधान है। सावन सोमवार के दिन व्रत रखने और भगवान शिव की उपासना करने से जीवन में हर प्रकार के सुख सुविधाओं की प्राप्ति होती है। वहीं इस दिन व्रत करने से कुंवारी कन्याओं को सुयोग्य और मनपसंद जीवनसाथी मिलता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, सावन में महादेव माता पार्वती के साथ धरती पर आते हैं और अपने हर सच्चे भक्त पर अपार कृपा बरसाते हैं।
शिवलिंग पर क्या चढ़ाना चढ़ाना चाहिए?
जल, सफेद या पीला चंदन, अक्षत, बेलपत्र, भांग, धतूरा, सफेद फूल, कच्चा दूध, गंगाजल, चीनी, मिश्री, शहद, पंचामृत, सुपारी, फल और शमी के पत्ते शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए।
सावन सोमवार पूजा विधि
सावन सोमवार के दिन प्रात:काल उठकर स्नान कर साफ वस्त्र पहन लें।
इसके बाद मंदिर को साफ कर गंगाजल छिड़क लें।
हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प लें।
शिवलिंग पर जल या गंगाजल और कच्चा दूध चढ़ाएं।
शिवलिंग पर चीनी, मिश्री, शहद, पंचामृत, सुपारी बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी के पत्ते, फल, फूल, सफेद या पीली चंदन और अन्य पूजा सामग्री अर्पित करें।
अब शंकर जी के सामने घी या तेल का दीपक जलाएं।
पूजा के बाद शिव चालीसा का पाठ करें।
फिर शिवजी की आरती अवश्य करें।
इन शिव मंत्रों का जाप करें
ओम नमः शिवायकर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम् । सदा बसन्तं हृदयारबिन्दे भबं भवानीसहितं नमामि ।।महामृत्युंजय मंत्र- ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
शिवलिंग पर नहीं अर्पित करें ये चीजें
सिंदूर या कुमकुम
हल्दी
तुलसी की पत्ती
केतकी के फूल
नारियल का पानी
शंख से जल