सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र की वायर रॉड मिल (डब्ल्यूआरएम) और सेल की आरडीसीआईएस की एक टीम ने सेल और एनएचआरडी द्वारा सेल के प्रबंधन प्रशिक्षण संस्थान (एमटीआई) में 12 और 13 अप्रैल 2023 को रांची में आयोजित धातु और खनन उद्योग में क्षमता निर्माण के लिए डिजिटल एचआर पर अंतर्राष्ट्रीय कॉन्क्लेव में ई-गैलरी में अपने पेपर प्रेजेंटेशन के लिए उपविजेता का स्थान हासिल किया है। ।
आरडीसीआईएस (RDCIS) और डब्ल्यूआरएम की टीम ने संयुक्त रूप से ‘आईटी संचालित कोइल ट्रेकिंग एंड यार्ड मनेजमेंट सिस्टम: डब्लूआरएम (Coil Tracking & Yard Management System: WRM) कुशल आपूर्ति श्रृंखला में एक रचनात्मक लिंक’ पर पेपर प्रस्तुत किया। पेपर में मिल के कॉइल यार्ड मैनेजमेंट सिस्टम के एक भाग के रूप में हैंड हेल्ड स्कैनर से सेप (SAP) पर डेटा पोस्ट करने के बाद ऑटोमैटिक डिस्पैच एडवाइस जनरेशन पर प्रकाश डाला गया।
6 मई 2023 को इस्पात भवन के सम्मेलन हॉल में कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं और पी एंड ए) श्री एस मुखोपाध्याय द्वारा महाप्रबंधक (आरडीसीआईएस) अर्चना शरण, महाप्रबंधक (एमडब्ल्यूआरएम) अनुपमा कुमारी, सहायक प्रबंधक (शिपिंग) डब्ल्यूआरएम वी सुभाष और बीएसपी के सी एंड आईटी विभाग के सहायक ईआरपी-एमईएस टीम के सदस्य महाप्रबंधक जेपीएस चौहान, उपमहाप्रबंधक दीपमाला, उपमहाप्रबंधक बुहरील थांगलियांगमांग और रितेष अवधिया को सर्टिफिकेट दिया गया। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (एम एंड यू) श्री असीत साहा, मुख्य महाप्रबंधक (एचआरडी एंड बीई) श्रीमती निशा सोनी, और महाप्रबंधक (इनकोस) श्री रविशंकर उपस्थित रहे।
ज्ञात हो कि मिल के कॉइल यार्ड मैनेजमेंट सिस्टम प्रोजेक्ट के पहले कदम के रूप में, डब्ल्यूआरएम कॉइल से भेजे गए प्रत्येक वायर रॉड कॉइल को क्यूआर कोड के साथ लेबल करने की पहल की गई थी। क्यूआर कोड में हीट नंबर, कॉइल नंबर, क्वालिटी, सेक्शन, तारीख और रोलिंग की शिफ्ट जैसी सभी जानकारियां होती हैं। ये सभी जानकारी प्रत्येक कॉइल के लिए अद्वितीय हैं। यह सेल के मार्केटिंग विंग तथा सीएमओ की सुनियोजित लेबलिंग तथा मार्किंग की आवश्यकता को पूरा करने के लिए किया गया था।
हैंड हेल्ड स्कैनर की सहायता से सेप (SAP) पर डाटा पोस्ट करने के बाद ऑटोमैटिक डिस्पैच एडवाइस जेनरेशन के साथ मिल का कॉइल यार्ड मैनेजमेंट सिस्टम प्रोजेक्ट अब पूरा हो गया है।