Home छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री हम सबके साथ मंच साझा कर रहे, यही असली सुराज

मुख्यमंत्री हम सबके साथ मंच साझा कर रहे, यही असली सुराज

by Surendra Tripathi

मानदेय बढ़ने पर आभार जताने आये कोटवार, होमगार्ड्स तथा ग्राम पटेल की प्रतिक्रिया, उनकी खुशी से रौशन हुआ साइंस कालेज मैदान
रायपुर,

आज छत्तीसगढ़ के कोने-कोने से आये कोटवार, होमगार्ड्स तथा ग्राम पटेल की खुशी से साइंस कालेज मैदान रौशन था। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा लिये गये इनके मानदेय बढ़ाने के निर्णय से न केवल उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल की गई है अपितु उनके श्रम का उचित मूल्य देने की दिशा में सार्थक निर्णय है। इसकी खुशी उनके चेहरे पर छलकती रही। छत्तीसगढ़ के कोने-कोने से आये प्रदेश के स्थानीय तंत्र के इन कर्मठ कर्मचारियों ने अपने विचार साझा किये।

बस्तर संभाग के ग्राम नकटीसेंभरा से आये कोटवार श्री चैतराम बघेल ने बताया कि हम लोग बहुत मेहनत करते हैं और गांव में होने वाले हर प्रशासनिक कार्य में हमारी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। पहली बार मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सरकार आई और इस सरकार ने हमारा सुध लिया। उन्होंने हमारी सेवाभूमि की उपलब्धता के आधार पर हमारा मानदेय बढ़ाया। हम सब उनका सम्मान करने पहुंचे हैं। हमने मुखिया से आभार व्यक्त करने का समय लिया और मुखिया ने हमें पूरा समय दिया। केवल वे नहीं आये, उनके मंत्री, अधिकारी भी आये। यह ऐसी सरकार है जो आखरी पंक्ति के कर्मचारियों को भी साथ लेकर चलती है। सरगुजा संभाग से भी ऐसी ही प्रतिक्रिया आई। श्री सत्यनारायण ने कहा कि सरकार आई तो हमारे गांव में कहा गया कि सुराज लाएगी। हम लोग सोचते थे कि सुराज आयेगा तो हमारे लिए भी होगा क्या। आज मुख्यमंत्री के साथ हम लोग सम्मेलन में मंच साझा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के ठीक बगल में हमारे संघ के पदाधिकारी अपना संबोधन दे रहे हैं। यही सच्चा सुराज है।

ग्राम पटेलों ने भी अपनी बात साझा की। दुर्ग के बोड़ेगांव के ग्राम पटेल ने कहा कि हमारा पद बहुत सम्मान का पद है। हम लोग लगातार हाशिये में जा रहे थे। यह बहुत बुरा लगता था, मुख्यमंत्री ने हमारा आत्मसम्मान भी लौटाया और मानदेय भी बढ़ाया।
कबीरधाम से आये नगर सैनिक श्री अरविंद शुक्ला ने कहा कि हमारा मानदेय पहले 13 हजार 200 रुपए था अब सीधे छह हजार तीन सौ रुपए बढ़ा दिया है। लगभग पचास फीसदी मानदेय बढ़ गया। यह बहुत बड़ी वृद्धि है। हम अपने बच्चों को बेहतर पढ़ाई-लिखाई करा पाएंगे। हमारे घर वाले भी बहुत खुश हैं। हमारी सेवाओं का यह सच्चा सम्मान है। नगर सैनिक सविता डहाके ने कहा कि 22 साल से बहुत कम वेतन में काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने हमारे बारे में सोचा। हम कितने खुश हैं इसे बताने के लिए हमारे पास शब्द नहीं है।
आज हुए सम्मेलन में उनका सम्मान हुआ जो हमेशा लोगों के सम्मान के लिए तैयारी करते हैं। आयोजनों की व्यवस्था करते हैं। सुरक्षा करते हैं। मुख्यमंत्री ने उनका सम्मान किया। उनके साथ मंच साझा किया। यह सब अभिभूत कर देने वाला अनुभव था। सभी ने कहा कि उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल गाँव के बारे में सोचते हैं अच्छा करेंगे। उन्होंने इतना अच्छा किया कि हम सबका जीवन इससे बढ़िया हो गया। यही असली सुराज है।

Share with your Friends

Related Posts