सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के प्लेट मिल में यार्ड प्रबंधन पर एक व्यापक कार्यशाला का आयोजन 2 मई 2023 को संयंत्र के एचआरडीडी में विपणन और व्यवसाय योजना (एम एंड बीपी) विभाग के साथ-साथ सेल के केंद्रीय विपणन संगठन (सीएमओ) सहित संबंधित अनुभवी कर्मियों के साथ गहन बातचीत के लिए किया गया। संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता तथा कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) श्री अंजनी कुमार के दिशानिर्देश अनुसार आयोजित प्रबंधन कार्यशाला का उद्देश्य प्लेट मिल के डिस्पैच-बे में यार्ड प्रबंधन के क्षेत्र में बेहतर नेटवर्क और उपयुक्त प्रक्रिया के डिजाइन को विकसित करना था। मुख्य महाप्रबंधक (प्लेट मिल) श्री आर के बिसारे, मुख्य महाप्रबंधक (बीआरएम) श्री एम के गुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक (एमडब्ल्यूआरएम) श्री एम के गोयल और मुख्य महाप्रबंधक (सेल्स) श्री तुषार कांत ने कार्यशाला के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुये अपने अनुभव साझा कर मूल्यवान सुझाव प्रदान किए।
मुख्य महाप्रबंधक (प्लेट मिल ) श्री बिसारे ने अपने संबोधन में सुरक्षा से कोई समझौता न करते हुए यार्ड प्रबंधन लागू करने पर जोर दिया। मुख्य महाप्रबंधक (बीआरएम) श्री गुप्ता ने कहा कि यह सुनिश्चित करने में यार्ड प्रबंधन की मुख्य भूमिका है कि रेलवे का विलम्ब शुल्क कम से कम हो जिससे अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने प्लेटों की बेहतर ट्रेसेबिलिटी के लिए प्लेट की एज मार्किंग सुविधा शुरू करने की आवश्यकता पर भी ध्यान आकर्षित किया।
मुख्य महाप्रबंधक (एमडब्ल्यूआरएम) श्री एम के गोयल ने इस बात पर जोर दिया कि नियमित और अनुशासित यार्ड प्रबंधन शॉप फ्लोर के सीमित क्षेत्र में उत्पाद प्रेषितों की बढ़ी हुई संख्या को समायोजित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है।
मुख्य महाप्रबंधक (बिक्री) श्री तुषार कांत ने ग्राहकों की बेहतर संतुष्टि के लिए ऑर्डर की गई प्लेटों को समय पर भेजने की मूलभूत आवश्यकता पर जोर दिया। इसके अलावा महाप्रबंधक (एसआरएम) श्री तन्मय सेन ने समय पर प्रेषण की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
भिलाई इस्पात संयंत्र की प्लेट मिल अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार गुणवत्तापूर्ण प्लेटों के उत्पादन के लिए जानी जाती है। इसके पास विभिन्न अनुप्रयोगों हेतु उत्पादित प्लेटों की विस्तृत श्रृंखला के लिए ग्राहकों की एक लंबी सूची है। ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन के तहत, देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले घरेलू ग्राहकों की आवश्यकता को पूरा करने की मांग को पूरा करना और भी महत्वपूर्ण बन गया है।
मूल्य वर्धित प्लेटों के उत्पादन के क्षेत्र में लगातार नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने हेतु प्रयासरत रहने वाली प्लेट मिल टीम ने वित्त वर्ष 2022-23 में वार्षिक व्यापार योजना (एबीपी) की 105 प्रतिशत पूर्ति दर्ज करते हुए उत्पादन और प्रेषण में शानदार वृद्धि हासिल की है।
प्लेट मिल वर्तमान में 10 मिमी से 120 मिमी तक मोटाई के आकार में प्लेटों की एक विस्तृत श्रृंखला का उत्पादन करती है। प्लेटों के उत्पादन की पूरी प्रक्रिया में प्लेटों का प्रेषण अंतिम पड़ाव है। इसमें शामिल ग्राहकों और गंतव्यों की संख्या के अनुसार प्रतिदिन प्रेषण की मात्रा को सुव्यवस्थित करना बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा प्लेटो की शिपिंग के लिए रेलवे द्वारा प्रदत्त खाली समय (फ्री टाइम) के कड़े मानदंडों को पूरा करने के लिए, यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि उचित यार्ड प्रबंधन किया जाए जिससे प्रेषण के लिए सही समय पर किसी भी प्लेट का पता लगाया जा सके।
वर्तमान संदर्भ में यह और भी अधिक तर्कसंगत हो जाता है, क्योंकि उत्पादन की मात्रा बढ़ रही है जबकि शिपिंग यार्ड का स्थान सीमित है। जहां से न केवल बड़ी संख्या में ग्राहकों को विभिन्न आकार और ग्रेड के प्लेटों का प्रेषण रेल या सड़क परिवहन से करना होता है। विभिन्न ग्रेड की प्लेटों को उनके आकार और ग्राहक अनुसार इकट्ठा करने के लिए एक बहुत ही व्यावहारिक और अनुशासित दृष्टिकोण की अवश्यकता है, जिससे समय पर प्लेटों की सही आवाजाही सुनिश्चित हो सके। मिल के सदस्यों के अनुभव के साथ, ट्रेसेबिलिटी और सामग्री हैंडलिंग की सभी संभावनाओं को हल करने के लिए शिपिंग यार्ड की मैपिंग विशुद्ध तरीके से की जाती है।
इस अवसर पर सहायक महाप्रबंधक (ओपीआरएन) प्लेट मिल श्री विन्गेवार, सहायक महाप्रबंधक (ओपररेशन) प्लेट मिल श्री एन महंता और प्रबंधक ऑपररेशन प्लेट मिल सुश्री हिमानी और महाप्रबंधक भिलाई वेयरहाउस श्री बीटी राव ने प्रस्तुतियाँ ली, जिसके बाद परस्परिक विचार- विमर्श जारी रहा। कार्यक्रम का आयोजन और संचालन महाप्रबंधक(ओपररेशन) प्लेट मिल श्री डी रॉय ने किया।