दिनांक 25 अप्रैल को सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के यूनिवर्सल रेल मिल द्वारा उत्पादित रेल में 130 मीटर लम्बी रेल का प्रतिशत बढ़ाने हेतु मुख्य महाप्रबंधक (एचआरडी एवं बीई) सुश्री निशा सोनी के मार्गदर्शन में कार्य निष्पादन उन्नयन कार्यशाला (परफाॅरमेंस इम्प्रूवमेंट वर्कशॉप) का आयोजन किया गया।
मानव संसाधन विकास विभाग के सभागार में आयोजित इस कार्यशाला का उदघाटन करते हुए मुख्य अतिथि मुख्य महाप्रबंधक (यूआरएम) श्री अनिश सेनगुप्ता ने कहा कि “शॉप फ्लोर में कार्य करने वाले व्यक्तियों को उपकरण चलाने एवं उनके रखरखाव सम्बंधित क्रियाकलापों की सटीक जानकारी रहती है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी अपने सुदीर्घ अनुभव का प्रयोग करते हुए 130 मीटर लम्बी रेल का प्रतिशत बढ़ाने के लिए परिणामोन्मुखी, बिन्दुवार कार्ययोजना तैयार करेंगे। श्री सेनगुप्ता ने अपने उद्बोधन में छोटे से छोटे रचनात्मक विचारों को लिखने एवं उन पर विचार मंथन कर, लक्ष्य की प्राप्ति के महत्व का भी उल्लेख किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि 130 मीटर लम्बी रेल का प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में यह कार्यशाला अत्यंत मददगार साबित होगी।
विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित महाप्रबंधक (एसएमएस-3) श्री ए बी श्रीनिवास ने 130 मीटर लम्बी रेल के उत्पादन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह संयंत्र के लिए लागत कम करने के साथ ही रेल यात्रियों के आराम एवं सुरक्षा को बढ़ाने में मददगार है। महाप्रबंधक (आरसीएल) श्री ए व्ही मनोज ने आशा व्यक्त की कि आपस में बैठकर बात करने से हम लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर होंगे।
इस कार्यशाला के संचालक महाप्रबंधक, (एसपी-2) श्री उमेश अवधिया ने जानकारी दी कि विगत 26 अगस्त 2022 को “बिलेट की लम्बाई में अनुकूलन कर 130 मीटर लम्बी रेल का प्रतिशत बढाने” विषयक कार्य निष्पादन उन्नयन कार्यशाला (परफाॅरमेंस इम्प्रूवमेंट वर्कशॉप) के पश्चात 130 मीटर घटक का प्रतिशत 53.1 प्रतिशत से बढ़कर 64.9 प्रतिशत हो गया था। श्री अवधिया ने प्रतिभागियों को जानकारी दी कि आज की कार्यशाला हेतु 130 मीटर घटक को वार्षिक औसत 60.7 प्रतिशत बढ़ाकर 65 प्रतिशत किये जाने लक्ष्य रखा गया है।
उदघाटन समारोह के पश्चात महाप्रबंधक (यूआरएम) श्री राहुल श्रीवास्तव, महाप्रबंधक (यूआरएम) श्री एस के ओसवाल, महाप्रबंधक (यूआरएम) श्री विशाल गुप्ता एवं महाप्रबंधक (आरसीएल) श्री एस मुखोपाध्याय द्वारा प्रतिभागियों को विषय से सम्बंधित संक्षिप्त तकनीकी जानकारी प्रदान की गयी। महाप्रबंधक, (एसपी-2) श्री अवधिया के मार्गदर्शन में प्रतिभागियों ने 130 मीटर घटक को बढाने के विभिन्न उपायों एवं उनके क्रियान्वयन में आने वाली बाधाओं को दूर करने पर विचार मंथन कर विस्तृत कार्य-योजना (एक्शन प्लान) तैयार की। कार्यशाला के अंत में यूनिवर्सल रेल मिल के वरिष्ठ अधिकारियों के सम्मुख इन कार्य-योजनाओं का प्रस्तुतीकरण किया गया।
कार्यशाला के समन्वयक उप महाप्रबंधक (एचआरडी) श्री मुकुल कुमार सहारिया ने जानकारी दी कि पीआईडब्लू वर्कशॉप मानव संसाधन विकास हेतु प्रयोग किया जाने वाले अत्यंत प्रभावकारी एवं परिणामोन्मुखी साधनों में से एक है। यह कार्यशाला प्रतिभागियों को एक ऐसा मंच प्रदान करती है जिसमें विभाग के विभिन्न अनुभागों के कार्मिक एवं अधिकारी लक्ष्य प्राप्ति के दौरान आने वाली बाधाओं को पहचान कर उन्हें दूर करने हेतु समयबद्ध कार्य योजना तैयार कर उस पर अमल करते है। श्री सहारिया ने बताया कि मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा वर्ष 2022-23 के दौरान विभिन्न विभागों के लिए 14 कार्यशालाएं आयोजित की गयी थी।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ प्रबंधक (एचआरडी) श्री सुभाष भाई पटेल ने किया। कार्यशाला में संयंत्र के यूआरएम, एसएमएस-3, आरसीएल एवं इनकॉस के अधिकारी एवं कर्मचारी, प्रतिभागी के तौर पर सम्मिलित हुए।