भिलाई इस्पात संयंत्र के निगमित सामजिक उत्तरदायित्व विभाग द्वारा संयंत्र एवं संयंत्र की खदानों के परिधीय ग्रामों में अनेक प्रकार रोजगारोन्मुखी, स्वालम्बन, आत्मनिर्भरता, चिकित्सकीय शिविर, महिला सशक्तीकरण एवं स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान कर प्रोत्साहन प्रदान करने हेतु समय-समय पर ग्रामीण लोककला सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता है जिसका मुख्य उद्देश्य संयंत्र के परिधीय क्षेत्रों में रोजगार जागरूकता एवं आत्मनिर्भरता विकसित करते हुए छत्तीसगढ़ पुरातन सांस्कृतिक विरासत में समृद्ध, रुझान एवं लोककला को बढ़ावा देना है।
इसी कड़ी में विगत दिनों 31 मार्च, 2023 को ग्राम करंजा मिलाई में ग्रामीण लोककला महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि महाप्रबंधक (सीएसआर) भिलाई इस्पात संयंत्र श्री शिवराजन नायर ने अपने उद्बोधन में बताया की छत्तीसगढ़ अपनी सांस्कृतिक विरासत से समृद्ध है। राज्य की एक बहुत ही अनोखी और जीवंत संस्कृति एवं कला विद्यमान होने के साथ ही इस कला को बढ़ावा देकर स्थानीय नवोदित कलाकारों की प्रतिभा को देशभर में स्थान प्रदान करने हेतु इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन सीएसआर विभाग, भिलाई इस्पात संयंत्र सदैव करता आ रहा है।
उद्घाटन कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग, भिलाई इस्पात संयंत्र के वरिष्ठ प्रबंधक सुशील कामडे ने बताया कि छत्तीसगढ़ में युगों से, यहाँ नृत्य और प्रदर्शन कलाओं का आयोजन किया जाता रहा है छत्तीसगढ़ राज्य राउत नाच लोकनृत्य, पांडवनी, पंथी नृत्य, जैसे मनमोहक कलाओं एवं कलाकारों से धनी है। इसलिए इन कलाओं को पूरे देश में स्थान मिले, ऐसा आप सभी कलाकारों को प्रयत्नशील रहना चाहिए।
इस ग्रामीण लोककला महोत्सव में सीमा कौशिक- प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी कलाकार, टीना साहू- पंडवानी कबीरपंथी लोक संगीत, थानू राम साहू डंडा नृत्य, तिलेश्वर वर्मा- मनमोहन नाचा पार्टी राजनंदगाव एवं पुष्पा साहू- नवा किसान आदि कलाकारों ने अपनी अपनी प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम में ग्राम पंचायत करंजा भिलाई के सरपंच अशोक कुमार साहू, उपसरपंच रोहित कुमार निषाद, ग्राम एवं आसपास के अन्य जनप्रतिनिधि के अलावा नारी शक्ति एवं गणमान्य नागरिक के अलावा हजारों की संख्या में श्रोतागण उपस्थित रहकर करीब 03:30 बजे रात तक कार्यक्रम का आनंद उठाकर निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग, भिलाई इस्पात संयंत्र की प्रशंसा की।
कार्यक्रम का संचालन एवं समापन श्रीमती रजनी रजक सीएसआर विभाग के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन में आशुतोष सोनी, सीता सिन्हा, बुधेलाल एव अंजनी कुमार द्विवेदी आदि का सराहनीय योगदान रहा।