Home छत्तीसगढ़ सुरक्षा एक मंजिल नहीं बल्कि यह एक निरन्तर यात्रा है जिसका हमें निरन्तर अनुपालन करना है… अनिर्बान दासगुप्ता

सुरक्षा एक मंजिल नहीं बल्कि यह एक निरन्तर यात्रा है जिसका हमें निरन्तर अनुपालन करना है… अनिर्बान दासगुप्ता

by Surendra Tripathi

भिलाई इस्पात संयंत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस” का समारोह का आयोजन

सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध विभाग व कार्मिक हुए सम्मानित

सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के सुरक्षा अभियाँत्रिकी विभाग द्वारा महात्मा गांधी कलामंदिर के सभागार में 7 मार्च, 2023 को “राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस” का आयोजन किया गया। समारोह में भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में गरिमामयी उपस्थिति प्रदान की। इस समारोह में छत्तीसगढ़ शासन के उप निदेशक (औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा) श्री आशुतोष पाण्डेय, कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रषासन) श्री एम एम गद्रे, कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) श्री अंजनी कुमार, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डाॅ ए के पंडा, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधक) श्री ए के चक्रवर्ती, मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डाॅ एम रविन्द्रनाथ, मुख्य महाप्रबंधक (माइन्स एवं रावघाट) श्री समीर स्वरूप एवं मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाएँ) श्री जी पी सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। सभी अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम शुभारम्भ किया गया।

कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाएँ) श्री जी पी सिंह ने स्वागत उद्बोधन के साथ-साथ संयंत्र में जारी सुरक्षा गतिविधियों का प्रतिवेदन विस्तार से प्रस्तुत करते हुए सुरक्षा के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला और उन्होंने भिलाई बिरादरी से “शुन्य नुकसान” के लक्ष्य को प्राप्त करने का आव्हान किया।

इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि इस्पात उद्योग में हर प्रकार का खतरा मौजूद है। हमें इन खतरों को नियंत्रित रखकर कार्य करना चाहिए। खतरों को काबू में रखने के लिए हमें बिहेवियरल सेफ्टी के ऊपर ध्यान केन्द्रित करना होगा। जिससे सुरक्षा हमारे डीएनए में शामिल हो जाए। हमारा सुरक्षित व्यवहार ही हमें सुरक्षित कार्य वातावरण प्रदान करेगा। सुरक्षा केवल कारखाने तक सीमित नही है बल्कि सड़क पर, घर पर हर जगह हमें सुरक्षा का ध्यान रखना है। हमें अपने साथ-साथ अपने ठेका श्रमिक कार्मिकों के सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखना है। सुरक्षा एक मंजिल नहीं बल्कि यह एक निरन्तर यात्रा है। हमें, हर दिन हर पल सुरक्षित रहना है। सुरक्षा एक निरन्तर प्रक्रिया है जिसका हमें निरन्तर अनुपालन करना है। सुरक्षा से उत्पादन, उत्पादकता में वृद्धि के साथ ही लागत में कमी और लोगों की सुरक्षा में वृद्धि संभव हो सकेगी।

उप निदेशक (औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा) श्री आशुतोष पाण्डेय ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज  भिलाई इस्पात संयंत्र, प्रोडक्शन और क्वालिटी के क्षेत्र में अग्रणी है। उसे सुरक्षा के क्षेत्र में भी अग्रणी बनना होगा। हम सबको मिलकर एक सुरक्षित वातावरण का निर्माण करना होगा। इस हेतु हमें व्यवहार आधारित सुरक्षा पर विशेष जोर देना होगा। सुरक्षा के प्रति एक सकारात्मक सोच पैदा करनी होगी। प्रत्येक कारखाने का लक्ष्य जीरो एक्सीडेंट होना चाहिए। यह खुशी की बात है कि भिलाई इस्पात संयंत्र में एक्सीडेंट व इन्सीडेंट की संख्या कम होती जा रही है। बीएसपी द्वारा सेफ्टी वाॅरियर्स तथा सेफ्टी सर्कल जैसे सकारात्मक प्रयास किये जा रहे हैं। सुरक्षा को हमें प्रत्येक कार्मिकों तक ले जाना है। जिससे हम जीरो एक्सीडेंट के लक्ष्य को प्राप्त कर सके।

समारोह में कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) श्री अंजनी कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि सुरक्षा की संस्कृति को संयंत्र के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है। हमें एक्सीडेंट फ्री स्टील का निर्माण करना है। सुरक्षा संस्कृति के निर्माण में सभी का योगदान आवश्यक है। सुरक्षा संस्कृति के निर्माण में सेफ्टी वाॅरियर्स की अहम भूमिका रही है। सेफ्टी सर्कल जैसे अभिनव प्रयास को भी प्रारंभ किया गया है। एसओपी और जीरो टाॅलरेंस नियम का पालन करें जिससे हम बेहतर सुरक्षा संस्कृति का निर्माण करने में सफल होंगे। सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक बनाने के हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए। जिससे हमारे दिन-प्रतिदिन के कार्यों में सुरक्षा समाहित हो सके।

इस दौरान सभागार में उपस्थित सभी अतिथियों, विभागीय सुरक्षा अधिकारियों एवं प्रतिभागियों को प्रबंधक (सुरक्षा अभियाँत्रिकी विभाग) श्री अजय टल्लू द्वारा सुरक्षा शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम का संचालन एसईडी के महाप्रबंधक डाॅ ए आर सोनटके एवं आभार प्रदर्शन महाप्रबंधक (सुरक्षा अभियाँत्रिकी विभाग) श्री एस के अग्रवाल ने किया। वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने में सुरक्षा अभियांँत्रिकी विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सराहनीय भूमिका रही।

ठेका श्रमिकों के योगदान को रेखांकित करते हुए दिये जाने वाला एक्जेम्प्लरी अवार्ड के प्रशस्ति पत्र का वाचन एसईडी के वरिष्ठ प्रबंधक श्री शोवन घोष ने किया। समारोह में लेखक एवं निर्देशक तथा एसपी-2 के महाप्रबंधक श्री उमेष अवधिया द्वारा लिखित व निर्देशित नाटक “काॅफी विथ यमराज” का मंचन किया गया। जिसने दर्शकों की भरपूर सराहना बटोरी। इसके अतिरिक्त एसपी-2 की टीम द्वारा ठेका श्रमिकों के साथ मिलकर सुरक्षा नाटक, सुरक्षा छइयां का मंचन किया। इसी क्रम में विभिन्न कार्मिकों द्वारा सुरक्षा गीत प्रस्तुत किए गए।

इस समारोह में मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इसमें सुरक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए एसईडी के सहायक महाप्रबंधक श्री के सी साजन को लाइफ टाइम अवार्ड से सम्मानित किया गया।

इसके अतिरिक्त विभिन्न अधिकारियों व कार्मिकों एवं ठेका श्रमिकों को विभिन्न पुरस्कारों से नवाजा गया। इन अवार्ड में शामिल हैं सुरक्षा कैलेंडर एंड पोस्टर डिजाइन अवार्ड, एक्जै़म्पलरी अवार्ड फाॅर इनहेन्सिंग सेफ्टी अवेयरनेस, बेस्ट जेडएसओ/डीएसओ अवार्ड, नियर-मिस रिर्पोटिंग अवार्ड, बेस्ट सेफ्टी वाॅरियर अवार्ड।

इसके साथ ही विभागों को दुर्घटना में कमी लाने, लंबे समय तक दुर्घटनारहित प्रचालन तथा बेहतर हाउसकीपिंग के लिए विभिन्न पुरस्कार प्रदान किये गये, जिसमें शामिल हैंः- लांगेस्ट एक्सीडेंट फ्री डेज़ अवार्ड, बेस्ट एक्सीडेंट रिडक्षन एंड सस्टेनेंस अवार्ड तथा विभिन्न वर्गों में हाउसकीपिंग अवार्ड तथा क्रांस फंक्षनल टीमों को पुरस्कृत किया गया।

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