होली के अवसर पर इस वर्ष भी देसी पिचकारियों का ही जलवा है। इनके साथ ही हर्बल रंग-गुलाल, मुखौटे, बालियां, टोपी सहित अन्य चीजें आई हुई हैं। कारोबारियों का कहना है, कि इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में ज्यादा कारोबार की उम्मीद है। बता दें होली में बस एक हफ्ते का समय ही रह गया है, और लोगों में अभी से होली का क्रेज देखने को मिल रहा है।पंप वाली पिचकारियों के साथ ही बच्चों के लिए कार्टुन, बंदुक, बैग वाली पिचकारियां बाजार में धूम मचाएंगे। इनके साथ ही हर्बल गुलाल व रंग भी उपलब्ध है। एक अनुमान है कि पिचकारियों, रंग-गुलाल सहित बालियां, टोपी, मुखौटे आदि का प्रदेश भर में होली पर 20 करोड़ का कारोबार संभावित है। पिछले वर्ष की तुलना में कारोबार ज्यादा होने की उम्मीद है। इसके साथ ही होली को देखते हुए मिष्ठान भंडारों की भी तैयारियां शुरू हो गई है। लोगों की मांग के अनुसार मिष्ठान व नमकीन, मिक्शचर के पैकेट भी बनाए जा रहे हैं।
स्वदेशी पिचकारियों की धूम
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