सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने सुदुर रावघाट क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीण आदिवासी परिवारों को निःशुल्क चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराकर एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है। रावघाट क्षेत्र के भीतरी गांवों में रहने वाली अधिकांश जनजातीय आबादी तक चिकित्सा सुविधाओं की बहुत कम पहुंच है। रावघाट खदान क्षेत्र और उसके आसपास रहने वाले लोगों की बुनियादी चिकित्सा और स्वास्थ्य देखभाल की जरूरतों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए, सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने वर्ष 2009 से नियमित रूप से इस क्षेत्र में चिकित्सा का दल भेज रहा है। अब तक इस वनांचल क्षेत्र में बीएसपी द्वारा आयोजित 142 शिविरों से 57,600 से अधिक आदिवासी लाभान्वित हुए हैं। हजारों पैथोलॉजी और सिकल सेल परीक्षणों के अलावा, लगभग 9,900 चश्मे मुफ्त वितरित किए गए हैं और भिलाई के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में गंभीर बीमारियों वाले 750 रोगियों को निःशुल्क इलाज के लिए भेजा गया है।
रावघाट क्षेत्र के तीन स्वास्थ्य केन्द्रों के मध्याम से अब निर्बाध चिकित्सा सेवा उपलब्ध करायी जा रही है, जिसके लिये सेल-भिलाई ने चिकित्सक एवं पैरा मेडिकल स्टाफ की व्यवस्था की है। दंडकवन एवं अंतागढ़ स्वास्थ्य केन्द्रों के अलावा हाल ही में खोड़गाँव में एक नया एवं सर्वसुविधायुक्त स्वास्थ्य केन्द्र स्थापित किया गया है जहाँ रामकृष्ण मिशन आश्रम, नारायणपुर के सहयोग से रोगियों का निःशुल्क उपचार किया जा रहा है तथा पैथोलॉजी की जाँच की जाती है।
दण्डकवन स्वास्थ्य केन्द्र में वर्ष 2021-22 में निःशुल्क चिकित्सा सेवा से 4029 आदिवासी लाभान्वित हो चुके हैं। वर्ष 2022-23 की अप्रैल से नवंबर अवधि के दौरान अब तक 2620 ग्रामीणों का उपचार कर निःशुल्क दवाइयां दी जा चुकी हैं। 2014 से अर्धसैनिक बल (बीएसएफ) द्वारा संचालित दंडकवन स्वास्थ्य केंद्र भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा पूरी तरह से सहायता प्राप्त है। इस केन्द्र में संयंत्र मुफ्त दवा की व्यवस्था करता है, रोगियों और परिचारकों के रहने की व्यवस्था के लिए वित्तीय सहायता, महिला रोगियों की देखभाल के लिए नर्सिंग सहायक के प्रावधान के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
वर्तमान वर्ष 2022-23 की अप्रैल 2022 से जनवरी 2023 की अवधि के दौरान अंतागढ़ स्वास्थ्य केंद्र में अब तक 2580 ग्रामीणों का उपचार कर निःशुल्क दवाइयां दी जा चुकी हैं। हाल ही में उद्घाटन किए गए खोडगाँव स्वास्थ्य केंद्र में आसपास के गाँवों के 1947 ग्रामीणों का इलाज किया जा चुका है और उन्हें मुफ्त दवाएँ दी जा रही हैं। साथ ही इस स्वास्थ्य केन्द्र में 459 की संख्या में पैथोलॉजी जांच की गई है।
प्लांट ने रावघाट खनन परियोजना क्षेत्र के आसपास के 22 बफर जोन गांवों में जनजातीय आबादी को निःशुल्क मोबाइल चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए रामकृष्ण मिशन आश्रम के साथ भी सहयोग किया है। सेल-बीएसपी द्वारा उपलब्ध कराई गई सर्वसुविधायुक्त मोबाइल डिस्पेंसरी के माध्यम से दूर दराज स्थित आदिवासी आबादी के स्वास्थ्य जांच और उपचार किया जा रहा है। वर्ष 2021-22 में विभिन्न गांवों में 8598 आदिवासी निःशुल्क मोबाइल स्वास्थ्य सेवा सुविधा का लाभ उठा चुके हैं जबकि 2022-23 में अब तक 8790 से अधिक आदिवासी लाभान्वित हो चुके हैं।
हालांकि, बीएसपी ने इस क्षेत्र के वनांचल रहवासियों के लिए उचित स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के साथ-साथ अनेक अन्य सीएसआर गतिविधियां को भी अंजाम दिया जा रहा है । दूर-दराज के क्षेत्रों के निवासियों के जीवन में गुणात्मक परिवर्तन लाने और उत्थान करने के लिए बीएसपी के सीएसआर विभाग ने परिधीय क्षेत्रों के गांवों में और समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के बीच अनेक सामाजिक कार्यों को सफलतापूर्वक पूर्ण किया है।