Home छत्तीसगढ़ प्रदेश के तीर्थ भूमियों को विकसित करने कर रहे व्यापक कार्य

प्रदेश के तीर्थ भूमियों को विकसित करने कर रहे व्यापक कार्य

by Surendra Tripathi

ग्राम ठकुराइन टोला में महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव की पूजा अर्चना करने पहुंचे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने संबोधन में कहा

दुर्ग .

प्रदेश के तीर्थ स्थलों को विकसित करने की दिशा में हम व्यापक कार्य कर रहे हैं। ठकुराइन टोला में 3 करोड़ रुपए की लागत से सौंदर्यीकरण का कार्य कराया जा रहा है तथा 17 करोड़ रुपये की लागत से लक्ष्मण झूला बनाया जाना है। संत पवन दीवान जी द्वारा इस मंदिर का लोकार्पण किया गया था। मंदिर में हर वर्ष तीर्थ यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यह बात मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ग्राम ठकुराइनटोला में महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव की पूजा अर्चना करने के पश्चात श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे महत्वपूर्ण तीर्थस्थल राजिम में 55 एकड़ क्षेत्र में विकास कार्य किया जा रहा है। यहां पर मेले में आने वाले यात्रियों के लिए रहने की सुविधा भी होगी। इसके पहले मेला नदी तट तक फैला रहता था जिससे नदी में मुरूम भरने से दिक्कत आने की आशंका थी। अब नये परिसर से यह दिक्कत दूर होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरिया से लेकर सुकमा के रामाराम तक नौ तीर्थस्थलों में राम वन गमन क्षेत्र को विकसित किया जा रहा है। हमने शिवरीनारायण, चंदखुरी और राजिम तीर्थ स्थल में अधोसंरचना विकास किया है। देश में कौशल्या माता के एकमात्र मंदिर में अधोसंरचना विकास एवं सौंदर्यीकरण का कार्य हुआ है। मंदिर में आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ी है।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि प्रदेश में तेजी से आर्थिक विकास हुआ है और शिक्षा तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी अधोसंरचना विकास तेज हुआ है मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में धान उत्पादक किसानों को अपनी मेहनत का सबसे अच्छा मूल्य मिल रहा है और किसानों का संतोष हमारी सबसे पहली प्राथमिकता है।
उन्होंने निषाद समाज द्वारा मंदिर परिसर के विकास के लिए किए गए कार्यों की प्रशंसा की।

Share with your Friends

Related Posts