Home छत्तीसगढ़ संयंत्रकर्मी के पुत्र मोहोनिश मल्लिक, NDA में फाइटर पायलट कैडेट के रूप में हुए शामिल

संयंत्रकर्मी के पुत्र मोहोनिश मल्लिक, NDA में फाइटर पायलट कैडेट के रूप में हुए शामिल

by Surendra Tripathi

सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के उपमहाप्रबंधक (टीएसडी) श्री सुरजीत मल्लिक और श्रीमती डेछम्मा मल्लिक के पुत्र श्री मोहोनिश मल्लिक मोनप्पा, 26 दिसंबर 2022 को एनडीए के 149वें बैच में फाइटर पायलट कैडेट के रूप में शामिल हुए हैं। श्री मोहोनिश ने सामूहिक आर्कषण वाले करियर ऑप्शन जैसे इंजीनियरिंग या मेडिकल को छोड़कर फाइटर पायलट के चुनौतीपूर्ण करियर को चुना है।

मोहोनिश ने भिलाई से अपने प्रारंभिक षिक्षा पूर्ण की। भिलाई टाउनशिप में सकारात्मक माहौल तथा स्वच्छ वातावरण सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र की उपस्थिति के कारण बन पाया है। श्री मोहोनिश बताते हैं कि परिवार और दोस्तों का समर्थन और समग्र विकास के माहौल ने उन्हें अज्ञात क्षेत्र की ओर बढ़ने में मदद की। अपने करियर का चयन करने की स्वतंत्रता और माता-पिता के सक्षम समर्थन ने उन्हें एयरफोर्स में शामिल होने का निर्णय लेने में मदद की।

सरकार द्वारा 17 नवंबर 2022 को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार यूपीएससी द्वारा आयोजित लिखित परीक्षा और उसके बाद सेवा चयन बोर्ड (एसएसबी) द्वारा आयोजित साक्षात्कार के आधार पर, देश की प्रतिष्ठित त्रि-बल सैन्य अकादमी, एनडीए के 149वें बैच के सेना, वायु सेना और नौसेना विंग में प्रवेश के लिए 519 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया था।

इस वर्ष सख्त चिकित्सा फिटनेस मानकों के कारण लड़ाकू पायलटों के रूप में प्रशिक्षित करने के लिए लगभग 66 उम्मीदवारों ने केवल वायु सेना (फ्लाइंग) ब्रांच के लिए अर्हता प्राप्त की है, हालांकि एनडीए में प्रतिवर्ष लगभग 90 सीटें निर्धारित की जाती हैं।

श्री मोहोनिश मल्लिक की मां कर्नाटक के कूर्ग जिले से ताल्लुक रखती हैं। संपूर्ण कूर्ग समुदाय रक्षा क्षेत्र में सेवा करने के अपने अत्यधिक रूचि के लिए जाना जाता है। श्री मोहोनिश बताते हैं कि शुरू में, एनडीए की तैयारी के लिए वे ज्यादा इच्छुक नहीं थे। डीपीएस, भिलाई सीनियर फुटबॉल टीम के एक प्रमुख सदस्य और 2021-2022 में अपने स्कूल के हेड बॉय थे। उन्हें मंगलोर स्थित एनआईटी, सुरथकल में अध्ययन करना चाहते थे और अंततः अपने जेईई मेन स्कोर के आधार पर प्रवेश लेकर यहीं से केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की।

वायु सेना चयन बोर्ड-3 (गांधीनगर), वायु सेना चयन बोर्ड-2 (मैसूर) और बेस अस्पताल दिल्ली छावनी में उनकी चयन प्रक्रिया पूर्ण हुई। वह एनडीए के युवा कैडेटों के साथ सेना की पोशाक में शामिल हुए। पूरी चार चरण की चयन प्रक्रिया (लिखित परीक्षा, एसएसबी, पायलट एप्टीट्यूड टेस्ट, मेडिकल परीक्षा के बाद अपील समीक्षा) के पश्चात उनका चयन हुआ। इस उपलब्धि पर उनके स्कूल के शिक्षकों ने मोहोनिश को आशीर्वाद और शुभकामनाएं दी। मोहोनिश ने डीपीएस भिलाई के अपने सभी शिक्षकों और विशेष रूप से डीपीएस भिलाई के प्रधानाचार्य के प्रति आभार व्यक्त किया। रोमांच के दीवाने मोहोनिश ने भारतीय शास्त्रीय संगीत में प्रशिक्षण लिया है और वह एक गायक और गिटारवादक के रूप में डीपीएस म्यूजिक क्वायर के नियमित सदस्य थे।

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