“विश्व मधुमेह दिवस” मधुमेह मेलिटस पर केंद्रित एक वैश्विक जागरूकता अभियान है और हर साल 14 नवंबर को आयोजित किया जाता है। वर्तमान में भारत में प्रसार दर 8 प्रतिशत है। इसका तात्पर्य है कि हर 12 भारतीय में से एक व्यक्ति मधुमेह ग्रसित है।
“विश्व मधुमेह दिवस”, वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति मधुमेह के बारे में जागरूकता बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है और स्थितियों की बेहतर रोकथाम, निदान और गंभीर परिस्थितियों से निपटने के लिए सामूहिक और व्यक्तिगत रूप से क्या करने की आवश्यकता है।
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के मुख्य चिकित्सालय जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र द्वारा विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर, मधुमेह के निवारक पहलुओं के बारे में जागरूकता पैदा करने और नियमित उपचार का पालन करके मधुमेह को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के तरीकों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया था। उचित आहार, व्यायाम और दवाओं के महत्व के बारे में आम जनता को शिक्षित करने के लिए “विश्व मधुमेह दिवस” का आयोजन किया गया था।
14 नवंबर 2022 को जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र, सेक्टर-9 में भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता द्वारा कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। शारीरिक व्यायाम के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए चिकित्सालय परिसर में वॉकथॉन का आयोजन किया गया था। बीएसपी के वरिष्ठ अधिकारियों और जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय के कर्मचारियों ने वॉकथॉन में भाग लिया।
संयंत्र के निदेशक प्रभारी ने विश्व मधुमेह दिवस की थीम “कल की रक्षा के लिए शिक्षा” पर प्रकाश डालते हुए पोस्टर प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। पोस्टर नर्सिंग छात्रों और अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा बनाए गए थे। संतुलित आहार के बारे में जागरूकता प्रदान करने के लिए अस्पताल के डायबिटिक सेक्शन द्वारा विभिन्न पारंपरिक स्वस्थ खाद्य पदार्थों का प्रदर्शन किया गया और साथ ही मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति द्वारा भी मधुमेह पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए इन आहारों का सेवन भी किया जा सकता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रमोद बिनायके द्वारा एक प्रश्नोत्तरी सत्र आयोजित किया गया था जिसमें सभी दर्शकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इसके बाद पीजी कॉलेज ऑफ नर्सिंग के छात्रों द्वारा स्किट प्रस्तुति के माध्यम से मधुमेह के साथ स्वस्थ जीवन हेतु टेस्ट, दवाओं और नियमित उपचार के महत्व पर प्रकाश डाला। मधुमेह के निवारक और उपचारात्मक पहलू को उजागर करने के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र के राष्ट्रीय व्यावसायिक स्वास्थ्य सेवा केंद्र (एनओएचएससी) और मेन मेडिकल पोस्ट में जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।
इस अवसर पर भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) श्री अंजनी कुमार, कार्यपालक निदेशक (खदान), श्री तपन सूत्रधार, कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन), श्री एम एम गद्रे, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा), डाॅ ए के पंडा, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) श्री ए के चक्रवर्ती तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ एम रविन्द्रनाथ के सहयोग और समर्थन से चिकित्सा विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के द्वारा लोगों में मधुमेह से संबंधित महत्वपूर्ण व आवश्यक जानकारी प्रदान की गई। चिकित्सा विभाग के इन प्रयासों की बीएसपी प्रबंधन ने सराहना की।
जनरल मेडिसीन विभाग द्वारा डॉ प्रमोद बिनायके और डॉ सौरव मुखर्जी के नेतृत्व में इस कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस अवसर पर चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ डॉक्टरों और अधिकारियों, नर्सिंग स्टाफ, तकनीशियनों, डीएनबी डॉक्टरों, एल एंड ए और कार्मिक विभाग के अधिकारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।