रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में तीसरा राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव शुरू हो गया है। आज शुभारंभ सत्र के पहले दिन है 10 देशों के कलाकारों ने रैंप चलते हुए अपनी कलाओं के जलवे बिखेरे और एक झलक प्रस्तुत किया। इन कलाकारों का पंडाल में बैठे लोगों ने तालियों से स्वागत किया।
लगभग 4 हजार किलोमीटर दूर से पहुंचे सर्बिया देश के कलाकारों ने सुंदर वेशभूषा के साथ अपनी संस्कृति और परंपरागत नृत्य प्रस्तुति दी। इसी तरह रूस मोजांबिक, मंगोलिया, इंडोनेशिया, टोगो सहित 10 देशों के अंतरराष्ट्रीय कलाकारों ने लोगों का मन मोह लिया। पंडाल में बैठे लोग इस अद्भुत नजारे को अपनी स्मृतियों में कैद कर रहे थे। इसी तरह देश के विभिन्न अंचलों से पहुंचे आदिवासी कलाकारों ने अपनी संस्कृति और नृत्य की छाप छोड़ी।मंच पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ,पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, आबकारी मंत्री श्री कवासी लखमा सहित मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य और मंच पर उपस्थित अतिथियों ने इस पल को और गरिमामयी बना दिया। मंच पर गुजरते हुए नर्तक दलों ने अपने राज्य के संस्कृति को बखूबी प्रस्तुत किया। इस दौरान आज शुभारंभ दिवस के अवसर पर लोगों में गजब का उत्साह देखा गया। कलाकारों में भी उत्साह और उर्जा का अद्भुत संगम देखा गया। कलाकारों ने छत्तीसगढ़ राज्य के मुखिया श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद दे रहे थे साथ ही इस भव्य आयोजन के लिए उनकी सराहना कर रहे थे।
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव देश और दुनिया के आदिवासियों के लिए बना अनूठा सांस्कृतिक मंच
158