रायपुर-
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आज मनेन्द्रगढ़ विधानसभा के ग्राम पाराडोल में आयोजित भेंट-मुलाकात कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि गौठानों में सबसे अधिक वर्मी कम्पोस्ट बनाने वाले और बेचने वाले समूह को पुरस्कृत किया जाएगा। पहले तीन स्थान पर आने वाले समूह को प्राईज देंगे।
मुख्यमंत्री ने छतीसगढ़ महतारी का पूजन कर की कार्यक्रम की शुरुआत की। पाराडोल में गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल और मनेन्द्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल भी मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्यमंत्री को साफ़ा पहनाकर उनका पारम्परिक स्वागत किया गया।
मुख्यमंत्री ने भेंट-मुलाकात में कहा कि मैं जमीनी स्तर पर योजनाओं का क्रियान्वयन देखने आया हूं। जनप्रतिनिधि विधानसभा में योजना बनाते है, तो अधिकारी उसको क्रियान्वित करते है.. योजनाओं का लाभ लोगों को मिल रहा है या नहीं, इसका पता लगाने अधिकारियों को साथ लेकर आया हूं।
मुख्यमंत्री ने पाराडोल भेंट-मुलाकात में तेंदुडांड पाराडोल में हसदेव नदी पर उच्चस्तरीय पुल का निर्माण, पाराडोल स्थित हाईस्कूल तक पक्की सड़क का निर्माण, ग्राम भवता मुख्य मार्ग से बड़का भवता पहुंच मार्ग लगभग 07 किमी पक्की सड़क का निर्माण, हसदेव नदी पर एनीकट का निर्माण, नगर पंचायत झगराखांड में मिनी स्टेडियम का निर्माण, ग्राम पंचायत नारायणपुर मुख्यमार्ग से घुईपानी तक 03 किमी पक्की सड़क और छिपछिपी हाई स्कूल हेतु नये भवन के निर्माण की घोषणा की।
छत्तीसगढ़ के किसान मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल खेत में नांगर-बइला (हल और बैल) देखकर खुद को रोक नहीं पाए। पाराडोल पहुंचे मुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल से सटे खेत में धान बुवाई होते देख वहां पहुंच गए। उन्होंने खेत में हल चलाकर जुताई की और ‘सोनम’ धान की बुवाई की। यह खेत गांव के कोटवार श्री भागीरथी को कोटवारी जमीन के रुप में मिली है।
किसान के घर किया भोजन- पाराडोल में मुख्यमंत्री ने किसान मनकेश्वर सिंह के घर दोपहर का भोजन किया, पारम्परिक व्यंजन का स्वाद लिया।