दिल्ली- केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने पारिस्थितिकी, पर्यावरण और विकास के बीच संतुलन बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया है। गडकरी ने बृहस्पतिवार को यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ऊर्जा की कमी की समस्या को दूर करने के लिए वैकल्पिक ईंधन विकसित करना आवश्यक है लेकिन इन मुद्दों पर विकेंद्रित या एकतरफा रुख अपनाना देश के लिए लाभकारी नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि मेथनॉल और एथनॉल का अधिक इस्तेमाल करने और बायोमास, बायो एथनॉल, बायो एलएनजी तथा बायो सीएनजी का उपयोग करने से प्रदूषण में कमी आएगी।
वाश्म ईंधन आयात कम करने और हरित हाइड्रोजन तथा एथनॉल निर्यात बढ़ाने के लिए पर्याप्त शोध करने और इसी को ध्यान में रखते हुए आगे का रास्ता तय करने की जरूरत है। गडकरी ने कहा कि 1947 के बाद से ही पूर्ववर्ती सरकारों ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नजरंदाज किया है।