राजनांदगांव –
नन्हें बच्चों के चेहरों पर सुपोषण की मुस्कान आई है। जिले में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत प्रभावी कार्य किए जा रहे है। पोषण पुनर्वास केन्द्र डोंगरगढ़, में 11 माह की नन्ही प्रियांशी को भर्ती किया गया। तब उसका वजन 5.54 किलोग्राम था। जहां उसके स्वास्थ्य की विशेष देखभाल करते हुए पौष्टिक भोजन दिया गया। वहीं जरूरी दवाईयां भी दी गई। जिसका सुखद परिणाम यह रहा की बच्ची का वजन 6.38 किलोग्राम हो गया। 15 दिन में प्रियांशी के वजन में 15 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई। 2 वर्षीय नन्हे छत्तेश्वर विक्के का वजन एनआरसी में भर्ती के समय 7.5 किलोग्राम था। जो 15 दिनों में 8.6 किलोग्राम बढ़ा। कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा के मार्गदर्शन तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी के निर्देशन में जिले के पोषण पुनर्वास केन्द्र में गंभीर कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य की सतत मॉनिटरिंग की जा रही है और उन्हें पौष्टिक आहार दिया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि जिले में अभी पोषण पुनर्वास केन्द्र 61 कुपोषित बच्चों को भर्ती किया गया है। जिनमें पोषण पुनर्वास केन्द्र राजनांदगांव में 8, पोषण पुनर्वास केन्द्र डोंगरगढ़ में 21, पोषण पुनर्वास केन्द्र मानपुर में 3, पोषण पुनर्वास केन्द्र मोहला में 4, पोषण पुनर्वास केन्द्र गंडई में 13 एवं सिविल हॉस्पिटल खैरागढ़ में 12 कुपोषित बच्चों को भर्ती किया गया है।