दिल्ली- शनिवार को उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने देश के गुमनाम नायकों को मान्यता देने की वकालत करते हुए कहा कि कला के रूप जैसे सिनेमा और संगीत का इस्तेमाल उनके बलिदानों को रेखांकित करने के लिए किया जाना चाहिए। उन्होंने अफसोस जताया कि लोग राबर्ट क्लाइव के बारे में तो जानते हैं लेकिन महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी, कोमाराम भीम और अल्लूरी सीताराम राजू जैसे स्वतंत्रता सेनानियों और ऐतिहासिक हस्तियों के बारे में बहुत कम जानते हैं।कई गुमनाम नायकों ने बलिदान दिया, लेकिन उनकी कहानी से आम जनता काफी हद तक अनभिज्ञ है क्योंकि इतिहास की किताबों में इनपर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया। उप राष्ट्रपति ने कहा कि अज्ञात लोगों को मान्यता देना हमारा कर्तव्य है। सिनेमा, हमारे कला के अन्य रूप, संगीत, साहित्य को इन पहलुओं (गुमनाम नायकों के कृत्यों को रेखांकित करना) पर पर्याप्ता ध्यान देना चाहिए। यह हमारे महान सांस्कृतिक अतीत को जीवंत करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
गुमनाम नायकों और उनके योगदान को मान्यता देने की है जरूरत-उप राष्ट्रपति
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