Home छत्तीसगढ़ BSP-महामाया-दुल्की खान पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण 2021-22 के लिए पुरस्कृत

BSP-महामाया-दुल्की खान पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण 2021-22 के लिए पुरस्कृत

by Surendra Tripathi

सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र की खानों ने विभिन्न श्रेणियों में खानों के प्रदर्शन के लिए खान पर्यावरण खनिज संरक्षण (एमईएमसी) 2021-22 में 13 पुरस्कार जीते हैं। भारतीय खान ब्यूरो रायपुर क्षेत्र के मार्गदर्शन में 28 फरवरी से 5 मार्च 2022 तक छत्तीसगढ़ राज्य में खान पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण सप्ताह मनाया गया। खान पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण सप्ताह का समापन समारोह एवं पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 08 अप्रेल, 2022 को एनएमडीसी द्वारा नया रायपुर में किया गया।

इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में श्री संजय लोहिया, आईएएस, खान मंत्रालय, भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव और भारतीय खान ब्यूरो के प्रभारी महानियंत्रक तथा विशेष अतिथि के रूप में श्री पीयूष नारायण शर्मा, मुख्य खान प्रभारी, भारतीय खान ब्यूरो, नागपुर उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता व डायरेक्टर (प्रोडक्शन) एनएमडीसी श्री डी के मोहन्ती विशेष रूप से उपस्थित थे। भिलाई इस्पात संयंत्र के खान संगठन का प्रतिनिधित्व मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (माइन्स एवं रावघाट) श्री तपन सूत्रधार ने किया।

                सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र की खानों को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। संयंत्र के दल्ली-राजहरा आयरन ओर कॉम्प्लेक्स में स्थित महामाया और दुल्की माइंस को तीन पुरस्कारों के साथ माइन्स एनवायरनमेंट मिनरल कंजर्वेशन के ए2 ग्रुप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किया गया। महामाया और दुलकी माइंस ने दो श्रेणियां- सिस्टमेटिक एंड साइंटिफिक डेवलपमेंट श्रेणी एवं सस्टेनेबल डेवलपमेंट श्रेणी में प्रथम पुरस्कार तथा पब्लिसिटी एंड प्रोपेगेंडा श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार प्राप्त किया।

इसी प्रकार राजहरा मैकेनाइज्ड माइन्स को मिनरल कंसर्वेशन श्रेणी में प्रथम पुरस्कार और रिक्लेमेशन एंड रिहेबिलिटेशन श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार जीता। झरनदल्ली और दल्ली मैकेनाइज्ड माइन्स ने मिनरल बेनेफिशियेशन श्रेणी में प्रथम पुरस्कार तथा रिक्लेमेशन एंड रिहेबिलिटेशन श्रेणी में तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया।

इसी क्रम में भिलाई इस्पात संयंत्र की नंदिनी लाइमस्टोन माइंस ने इनवायरमेंटल माॅनीटरिंग श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार प्राप्त किया, जबकि रावघाट माइंस प्रोजेक्ट ने इसी इनवायरमेंटल माॅनीटरिंग श्रेणी में ही तीसरा पुरस्कार प्राप्त किया। संयंत्र की नंदिनी लाइमस्टोन माइन्स ने रिक्लेमेशन एंड रिहेबिलिटेशन श्रेणी में भी द्वितीय पुरस्कार प्राप्त किया।

राज्य के विभिन्न खनन संगठनों ने आयोजन स्थल पर आयोजित एक प्रदर्शनी में खान पर्यावरण खनिज संरक्षण विषय पर अपना स्टाॅल लगाया था। भिलाई इस्पात संयंत्र के स्टाॅल को श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

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