आगामी मानसून फसल चक्र परिवर्तन कर धान के स्थान पर अन्य फसल को लगवाने कृषि अधिकारी एवं किसान मित्रो का बैठक आयोजित किया गया। उन्होंने आगामी खरीफ वर्ष २०२२-२३ में धान के बदले प्रमुख रूप से सुगंधित, फोर्टिफाईड धान, स्माल मिलेट्स कोदो, कुटकी, रागी, दलहन, तिलहन, मक्का फसल लगाने के सम्बंध में विकासखण्ड के सभी गांव के किसान मित्रों एवं मैदानी कृषि अधिकारियों की उपस्थिति में जानकारी दी गई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रभारी अनुविभागिय अधिकारी कृषि जितेंद्र कोमरा द्वारा किसान मित्रो को आगामी खरीफ वर्ष में धान के स्थान पर अन्य फसल मक्का, कोदो, कुटकी, रागी, फसल को लगवाने वृहद रूप से प्रचार प्रसार करने के लिए निर्देशित किया गया। उन्होंने धान के अलावा अन्य फसल को अपनाने के फायदे बताते हुए कहा धान के जगह अन्य फसल मक्का, कोदो, कुटकी, रागी तथा सब्जियों की खेती करने और फसल चक्र अपनाने से भूमि की उपजाऊ क्षमता में वृद्धि के साथ उपज में भी वृद्धि होती है। किसान खरीफ फसल में मिलेट्स, मोटा अनाज मक्का, दलहन, तिलहन बीज के लिए छत्तीसगढ़ बीज निगम में पंजीयन कर परंपरागत धान की खेती के तुलना में अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते है। कृषक पखवाड़ा फसल चक्र परिवर्तन का प्रसार प्रचार, किसान संगोष्ठी, दीवार लेखन, धान के अलावा अन्य फसल लगाने वाले किसानों की सूची तैयार करना, गोठानो में उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट खाद का शतप्रतिशत उठाव हेतु सभी किसानों को फसल ऋण के माध्यम से पर्ची जारी करने के संबंध में विशेष कृषि पखवाड़ा के लिए सभी लेम्पसों मे शिविर आयोजित की जाएगी।
बैठक में कृषि अधिकारी एन.आर.नेताम, निरंजन नरेटी, शंभूलाल नरेटी, किरण भंडारी, प्रवीण कवाची, कुलदीप साहू, राकेश शोरी, आशीष साहू, तामेश्वर जोशी, राधेलाल देवांगन, ममता भण्डारी, कविता सिंहा, सुषमा नरेटी सहित किसान मित्र उपस्थित थे।