156
रायपुर- प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान के राष्ट्रीय महासचिव व भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सच्चिदानंद उपासने ने प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा में की गई चूक को “चूक’ नहीं अपितु जानलेवा षड्यंत्र करार देते हुए कहा कि कांग्रेस अब जैसे जैसे देश में पतन के कगार की ओर अग्रसर हो रही है अपना पतन सहन नहीं कर पा रही है और उस पतन का मुख्य कारण प्रधानमंत्री मोदी को मानकर ,अब तक तो अपनी वाणी से ही उनके विरुद्ध घटिया दर्जे की बातें व जहर उगलने का कार्य राष्ट्रीय व नीचे तक सारे नेता करते आ रहे हैं पर अब इस सीमा को भी तोड़ते हुए मोदी जी को रास्ते से हटाने का षड्यंत्र भी डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी व पंडित दीनदयाल उपाध्याय की हत्या जैसे रचना कर करना प्रारंभ कर दिया है जिसका जीवंत प्रमाण पंजाब में अति संवेदनशील एरिया में घटित प्रधानमंत्री जी पर किया गया जानलेवा हमले का षड्यंत्र था जो असफल हो गया ।उपासने ने कहा कि इस संपूर्ण षड्यंत्र पर राहुल गांधी, सोनिया गांधी व प्रियंका वाड्रा का चुप रहना यह सिद्ध करता है कि उनकी शह पर ही इस प्रकार का षड्यंत्र मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति उसके सरकारी नुमाइंदों द्वारा किया गया है। उपासने ने कहा कि आजादी के बाद से आज तक इस प्रकार की घटना खोजने से नहीं मिल रही है जिसमें किसी भी विपक्ष की सरकारों ने देश के प्रधानमंत्री के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया हो भले ही कितने ही राजनीतिक मतभेद रहे हो । अटल जी तो विपक्ष के नेता वर्षों रहे इंदिरा जी प्रधानमंत्री घोर वैचारिक मतभेद चरम सीमा पर थे ,परंतु कभी भी प्रधानमंत्री की कुर्सी पर विराजित इंदिरा गांधी ने अटल जी की सुरक्षा में कभी कोताही नहीं बरतने दी ,ना ही उनके सम्मान में कोई कमी होने दी, परंतु अब कांग्रेस का नेतृत्व ही घटिया विचारधारा का हो गया है जो प्रधानमंत्री के विरुद्ध चोर आदि अनेकों अभद्र गालियों का सार्वजनिक उपयोग करता रहता है जिस क्रोध को अब धरातल पर भी मूर्त रूप देने की साजिश रची जा रही हैं यह पंजाब की घटना से पूरी तरह से उजागर हो गया है। उपासने ने इस घोर आपराधिक षड़यंत्र के लिए पंजाब सरकार को तत्काल भंग करने व मुख्यमंत्री सहित समस्त जिम्मेदार दोषी अधिकारियों के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर सी बी आई जांच की मांग की है।