छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल के खिलाफ सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ब्राह्मणों के खिलाफ टिप्पणी को लेकर अपने पिता के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने पर मीडिया के सामने सफाई भी दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में विभिन्न समुदायों के बीच सद्भाव बनाए रखना मेरी जिम्मेदारी है। अगर उन्होंने (बघेल के पिता) एक समुदाय के खिलाफ टिप्पणी की है, तो इसका मुझे खेद है। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
शिकायतकर्ता नवीन शर्मा ने इस संबंध में कहा कि ब्राह्मणों के खिलाफ टिप्पणी करने वाले नंद कुमार बघेल को भारत से बाहर भेज दिया जाए। उनके इस बयान का मकसद समाज को बांटना था। दीनदयाल विप्र समाज के सदस्यों ने बघेल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। रायपुर में डीडी नगर थाने की प्रभारी योगिता खोपर्डे ने बताया कि दो सितंबर को हमें सर्व ब्राह्मण समाज, सुंदर नगर से शिकायत मिली थी कि नंद कुमार बघेल ने ब्राह्मण समुदाय के खिलाफ टिप्पणी की थी। चार सितंबर को मामला दर्ज किया गया। जांच शुरू कर दी गई है।
सीएम भूपेश बघेल के पिता पहले भी ब्राह्मणों के खिलाफ टिप्पणी कर चुके हैं। चुनाव से पहले उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को राजस्थानी ब्राह्मणों को टिकट नहीं देना चाहिए। करीब 20 साल पहले उनकी किताब ‘ब्राह्मण कुमार रावत को मत मारो’ ने भी काफी बवाल करवाया था, जिसके बाद सरकार ने इस किताब की बिक्री को प्रतिबंधित कर दिया था।