कोरबा एसईसीएल की दीपका खुली खदान में फर्जी नौकरी के मामले में बयान दर्ज कराने के लिए दीपका थाना जा रहे प्रार्थी के साथ फर्जी नौकरी कर रहे लोगों के रिश्तेदारों ने रास्ता रोककर हाथ व मुक्कों से मारपीट की घटना को अंजाम दिया। इतना ही नहीं शिकायत वापस लिये जाने का दबाव बनाते हुए जान से मारने की धमकियां भी दी जा रही है। जिससे वह काफी भयभीत है। उसने घटना की लिखित जानकारी पुलिस अधीक्षक को मामले में बयान दीपका थाना की बजाय सीएसपी दर्री के समक्ष लिये जाने की मांग की है।
पुलिस अधीक्षक कोरबा अभिषेक मीणा को 1 फरवरी को प्रेषित शिकायत में प्रार्थी आकाश दिव्या पिता स्व.कलेश्वर निवासी भदरापारा बालको ने कहा है कि उसके द्वारा एसईसीएल दीपका में बृजलाल भाराद्वाज, मनहरण लाल नारंग, मधुकर प्रसाद एवं अवधेश भारद्वाज व्यक्तियों द्वारा उसके पिता के स्वामित्व की जमीन का फर्जी दस्तावेज तैयार कर नौकरी किये जाने संबंधित शिकायत, आईजी, एसपी, सीएसपी,डीएसपी समेत दीपका थाना प्रभारी को की गई है। तत्तसंबंध में उसे बयान में दीपका थाना बुलाया गया था। जब 31 जनवरी को रात ८ बजे बयान दर्ज कराने जा रहा था। तभी दीपका तहसील के पास संदीप कुर्रे, तमेश्वर व उसके साथियों ने रास्ता रोककर शिकायत वापस लेने व समझौता के लिए पैसे का प्रलोभन देने के साथ ही दबाव बनाया। उसके द्वारा मना किये जाने पर गाली-गलौच करते हुए हाथ मुके्के मारपीट की तथा जान से मारने की धमकी दी। ये सभी उपरोक्त फर्जी नौकरी करने वालों के रिश्तेदार है। किसी तरह उसने वहां से भागकर अपनी जान बचाई है। अब डर है कि उक्त व्यक्तियों द्वारा कभी भी उसके साथ अप्रिय घटना को अंजाम दिया जा सकता है तथा जानलेवा हमला भी कर सकते है। अत: मांग है कि उक्त मामले में बयान दीपका थाना में न लेकर सीएसपी दर्री के समक्ष लिया जाए।
फर्जी नौकरी: समझौते के लिए प्रार्थी पर दबाव रास्ता रोककर मारपीट
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