बिलासपुर । अपेक्स बैंक चेयरमैन केबिनेट मंत्री कांग्रेस नेता बैजनाथ ने कहा पिछले दो साल में प्रदेश में खुशहाली की गंगा बह रही है। किसान युवा,मजदूर सभी वर्गों में तेजी से विकास हुआ है। यही कारण है कि लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। चन्द्राकर ने यह बातें स्वर्गीय नारायण प्रसाद गौरहा स्मृति आयोजित कबड्डी लीग प्रतियोगिता समापन कार्यक्रम के दौरान कही। चन्द्राकर ने कहा कि पिछले पन्द्रह सालों में हमारा प्रदेश दिनों दिन विकास की दिशा से ना केवल भटका बल्कि देश के अन्य रा’यों से बहुत पीछे छूट गया। लेकिन प्रदेश मुखिया भूपेश बघेल ने मात्र दो साल में प्रदेश के मान को सम्मान को नई ऊंचाई दी है। बताते चलें कि जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा के प्रयास से जिले में खेल का वातावरण तैयार करने क्रिकेट,कबड़्ड़ी समेत अन्य महत्वपूर्ण खेलों का आयोजन किया जा रहा है। खेल प्रतियोगिता में जिला और जिले से बाहर प्रदेश के प्रतिभावन खिलाड़ी मजबूती के साथ अपनी प्रतिभा को पेश कर रहे है। इसी क्रम में अंकित गौरहा के प्रयास से बैमा में प्रदेश स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री अपेक्स बैंक के चेयरमैन बैजनाथ चन्द्राकर ने शिरकत किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि अर्जुन तिवारी के अलावा उमाशंकर शर्मा,विरेंद्र गौरहा,जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा भी शामिल हुए। मुख्य अतिथि बैजनाथ चन्द्राकर ने विजेता टीम के साथ ही खिलाडिय़ो को सम्मानित किया। अपने भाषण में चन्द्राकर ने खिलाडिय़ों को जमकर उत्साहित किया। उन्होने कहा कि हारने वाली टीम को निराश होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि बिना हार के जीत का मजा नहीं। आज जो टीम हारी है..दावा कर सकता हूं..कि उसे अगली बार जीत जरूर मिलेगी। कहा भी जाता है कि सफलता का दरवाजा असफलता के रास्ते खुलती है। इसलिए हारने वाली टीम को निराश होने की कतई जरूरत नहीं है। क्योंकि कल उनका है। अपने भाषण में चन्द्राकर ने प्रदेश सरकार की रीति और नीति की जमकर तारीफ की। उन्होने कहा कि पिछले पन्द्रह सालों में प्रदेश की जनता ने बहुत खोया है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। क्योंकि प्रदेश की कमान किसान पुत्र और छत्तीसगढिय़ा के हाथ में है।किसान पुत्र होने के कारण भूपेश बघेल को किसानों के दुख दर्द का अ‘छी तरह से अहसास है। उन्होने सरकार बनते ही ना केवल किसानों का कर्ज माफ किया। बल्कि आम जनता को राहत देते हुए बिजली बिल भी हाफ किया। चन्द्राकर ने बताया कि भूपेश बघेल जमीन से जुड़े नेता है। यही कारण है कि फसल की पैदावार से लेकर खिलाडिय़ों की ऊर्जा के सदुपयोग की उन्हें अ‘छी तरह जानकारी है। पिछले दो सालों में भूपेश की अगुवाई में प्रदेश का तेजी से विकास हुआ है।यद्यपि केन्द्र सरकार की अड़ंगा नीति इस दौरान जमकर देखने को मिली। बावजूद इसके भूपेश बघेल ने जनहित के लिए योजना तैयार करने में कोई कसर नहीं छोड़ा है और ना ही रूपयों की कमी को महसूस होने दिया है। कोविड काल के बाद भी सरकार की कुशल नीतियों के चलते प्रदेश का औद्योगिक जगत खुशहाल है। उत्पादन और अन्य काम काज में तेजी आई है। देखते ही देखते प्रदेश के विकास की गाड़ी सरपट दौडने लगी है। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस संगठन पदाधिकारी अर्जुन तिवारी ने भी उपस्थित लोगों को संबोधित किया।अर्जुन तिवारी ने कहा कि खिलाड़ी अपना 100 प्रतिशत लगाएं। इसके बाद सफलता निश्चित रूप से मिेलगी। किसी भी प्रतिभावान खिलाडी को प्रदेश सरकार से निराश होने की स्थिति नहीं आएगी। जबकि कल तक कुछ ऐसा ही होता था। प्रतिभावान खिलाड़ी अर्थाभाव में दम तोड़ दे रहे थे। लेकिन भूपेश सरकार में हरगिज ऐसा नहीं होगा। उपस्थित लोगों और खिलाडिय़ों को जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा ने भी संबोधित किया। उन्होने कहा कि अब वह दौर गया जब लोग कहते थे कि खेलोगे कूदोंगे होगे खराब। अब जमाना खिलाडिय़ों का है। वैसे हमारे देश में सदियों से खेल का महत्व रहा है। क्योंकि अ‘छा खिलाड़ी होगा..वही अ‘छा इंसान और योद्धा होगा। समापन कार्यक्रम के दौरान,उमाशंकर शर्मा वीरेंद्र गौरहा,अंकित गौरहा,श्याम कश्यप, सरपंच प्रतिनिधि दीपक नायक,अशोक शास्त्री,जगदीश गुरुद्वान,संजय पाण्डेय,युधिष्ठिर नायक,जुगल किशोर पांडेय,बुधनाथ पैगोर,कपिल डोंगरे,सचिन धीवर,भोजकुमारी पटेल,प्रांशु शास्त्री,मनीष शास्त्री,तेज सिंह गौतम, वीरेंन्द्र बारगाह,कमल सिंह ठाकुर,गप्पू साहू,हितेश धीवर,दीपक पैगोर,सतानंद धीवर,रामगोपाल गोंड, अमन धीवर,अभिषेक श्रीवास,यसवंत गोंड़ समेत स्थानीय गणमान्य लोग मौजूद थे। प्रदेश स्तरीय आयोजित स्वर्गीय नारायण प्रसाद गौरहा कबड्डी प्रतियोगिता में हरदाडीह की टीम ने बैमा को हराकर शील्ड जीता।विजेता टीम हरदाडीह को मुख्य अतिथि ने समिति की तरफ 10001 और शील्ड दिया। जबकि उपविजेता बैमा को 5001और शील्ड दिया गया। प्रतियोगिता में तीसरे स्थान पर काबिज अकलतरा टीम को समिति की तरफ से 2001 बतौर इनाम दिया गया। आयोजक मण्डल ने बताया कि रा’यस्तरीय कबड़्डी प्रतियोगिता में प्रदेश की कुल 18 टीमों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता कुल चार दिनों तक चला।
केन्द्र की नही चली अडंगा नीति-कैबिनेट मंत्री चन्द्राकर
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