ताइपे । ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने नए साल के संदेश में जहां कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने और अर्थव्यवस्था को आगे ले जाने के लिए देशवासियों की सराहना की, वहीं चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियों को लेकर चिंता भी जताई । साई ने कहा ताइवान ने पेशेवर तरीका अपनाकर, एक दूसरे में भरोसा जताकर और एकीकृत समाज के रूप में असरदार तरीके से कोरोना वायरस पर जीत हासिल की है, लेकिन चीन से पैदा हुआ सैन्य खतरा चिंता में डालने वाला है। ताइवान की राष्ट्रपति साई ने कहा कि ताइवान जलडमरूमध्य में लड़ाकू विमानों और युद्धपोतों की गतिविधियां बढ़ गई हैं। इससे क्षेत्रीय स्थिरता के लिए पैदा हुआ खतरा न सिर्फ इस स्वायत्त क्षेत्र बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंता की बात है। चीन इस द्वीपीय क्षेत्र को अपना मानता है और इस क्षेत्र पर बल पूर्वक कब्जे की धमकी भी दे चुका है।
ताइवान की राष्ट्रपति ने कोरोना महामारी से मुकाबले के लिए उठाए गए देश के कदमों की तारीफ करते हुए कहा कि चीन के बेहद नजदीक होने के बावजूद इस द्वीपीय क्षेत्र में महामारी के चलते सिर्फ 800 मामलों की ही पुष्टि हुई और सात की मौत हुई है। इससे पहले ताइवान ने चीन के बढ़ते खतरे को लेकर सभी एशियाई देशों को आगाह किया था। उन्होंने चेताया था कि चीन को यदि नहीं रोका गया तो एशिया के दूसरे देश उसके निशाने पर आ जाएंगे। कोरोना वायरस के प्रसार पर रोकथाम के प्रयासों के लिए ताइवान की प्रशंसा होती रही है। चीन जहां महामारी की शुरुआत हुई, उससे सटे होने के बावजूद ताइवान में संक्रमण से सिर्फ सात लोगों की मौत हुई और 800 से अधिक लोग संक्रमित हुए। राष्ट्रपति ने कहा, ताइवान नई -नई औद्योगिक परियोजनाएं शुरू कर रोजगार पैदा कर रहा है और किसानों के लिए पेंशन देकर, आवास का निर्माण कर तथा नए स्कूल खोलकर अपने लोगों में निवेश कर रहा है।
चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियां दुनिया के लिए बड़ा खतरा : साई इंग वेन
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