नईदिल्ली(ए)। भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर वार्ता सही दिशा में आगे बढ़ रही है। दोनों पक्ष एक संतुलित और परस्पर लाभकारी समझौते के लिए ठोस प्रगति कर रहे हैं। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ब्रसेल्स में ईयू के व्यापार एवं आर्थिक सुरक्षा आयुक्त मारोस सेफकोविक के साथ समझौते की प्रगति पर चर्चा की। सेफकोविक ने कहा कि ईयू भारत के साथ अपने साझेदारी को गहराई से महत्व देता है। ईयू वस्तुओं व सेवाओं के लिए बाजार खोलने वाले एक व्यावसायिक रूप से सार्थक समझौते के माध्यम से इसे नए स्तर पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, वैश्विक अनिश्चितता के इस दौर में दोनों क्षेत्रों के व्यवसाय अवसर, पहुंच और निश्चितता चाहते हैं। हम इसे सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। गोयल ने कहा कि भारत और 27 देशों के इस समूह की टीमों ने समझौते पर बातचीत की। हमने 2025 के अंत तक वार्ता पूरी करने की साझा प्रतिबद्धता दोहराई है। दोनों के बीच संवाद काफी सकारात्मक रहा, यह दोनों पक्षों की एक आधुनिक, संतुलित और भविष्योन्मुखी एफटीए के प्रति रणनीतिक प्राथमिकता को दर्शाता है। दोनों पक्षों ने गैर-टैरिफ बाधाओं और टैरिफ संबंधी मुद्दों पर समान ध्यान दिया है।
भारत की वैश्विक अर्थव्यवस्था में बढ़ती भूमिका को और मजबूत करेगा समझौता : गोयल
गोयल ने कहा कि यह समझौता भारत और ईयू के बीच विश्वसनीय आपूर्ति शृंखलाओं को बढ़ावा देगा और रणनीतिक सहयोग को गहरा करेगा। उन्होंने निवेश और श्रम गतिशीलता की भूमिका पर भी चर्चा की। 12 से 16 मई के बीच अगले दौर की वार्ता होगी, जिसमें शेष मुद्दों को सुलझाने पर ध्यान दिया जाएगा। गोयल ने कहा कि यह समझौता भारत की वैश्विक अर्थव्यवस्था में बढ़ती भूमिका को और मजबूत करेगा। विशेषज्ञों के अनुसार, वैश्विक व्यापार में अनिश्चितता को देखते हुए भारत और ईयू चरणबद्ध तरीके से इस समझौते को अंतिम रूप दे सकते हैं।
