Home देश-दुनिया दोस्ती और सहयोग की मिसाल हैं भारत-भूटान संबंध’, पीएम शेरिंग तोबगे के दौरे पर विदेश मंत्रालय का बयान

दोस्ती और सहयोग की मिसाल हैं भारत-भूटान संबंध’, पीएम शेरिंग तोबगे के दौरे पर विदेश मंत्रालय का बयान

by admin

नईदिल्ली(ए)। भारत और भूटान के बीच मित्रता और सहयोग के संबंध एक मिसाल हैं, जो विश्वास, सद्भावना और आपसी समझ पर आधारित हैं। दोनों देशों के बीच नियमित उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा के तहत भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे का भारत दौरा हुआ। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने शनिवार को यह बात कही।

पीएम तोबगे ने किया दो दिवसीय भारत दौरा
तोबगे ने 20 से 21 फरवरी तक भारत का आधिकारिक दौरा किया। इस दौरान वह ‘स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप’ के पहले लीडरशिप समित में शामिल हुए, जिसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। मंत्रालय ने कहा, इस दौरान तोबगे ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। भूटान के प्रधानमंत्री से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, सूचना एवं प्रसारण मंत्री किरेन रिजिजू, विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा और केंद्र सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मुलाकात की।

विश्वास, सद्भावना और आपसी समझ पर आधारित संबंध
एमईए ने कहा, भारत और भूटान की मित्रता और सहयोग के संबंध भरोसे, सद्भावना और आपसी समझ पर आधारित हैं। दोनों देशों के बीच नियमित उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा के तहत भूटान के प्रधानमंत्री का दौरा हुआ, जो हमारी विशेष साझेदारी की पहचान है।

पीएम मोदी को बताया बड़ा भाई और गुरु
‘स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप’ समिट में शुक्रवार को तोबगे ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने ‘बड़े भाई’ और ‘गुरु’ के रूप में संबोधित किया। उन्होंने मोदी से मार्गदर्शन मांगा ताकि वह भूटान में सार्वजनिक सेवा को बदलने में मदद कर सकें। तोबगे ने हिंदी का भी उपयोग, जिसकी दर्शकों ने सराहना की।

उन्होंने कहा, निसंदेह मैं आपमें एक बड़े भाई की छवि देखता हूं, जो हमेशा मेरा मार्गदर्शन करते हैं और मुझे मदद देते हैं। तोबगे ने ‘स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप’ समिट को मोदी की बुद्धिमत्ता का परिणाम बताया और कहा कि यह उनके नेतृत्व सही नेताओं को आगे बढ़ाने और उन्हें महान भारतीय गणराज्य की सेवा में सक्षम बनाने की प्रतिबद्धता का एक और प्रमाण है।

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