नईदिल्ली(ए)। आयकर विभाग ने कर चोरी के आरोपों में वैश्विक कॉलर आईडी प्लेटफॉर्म ट्रूकॉलर के कार्यालयों का सर्वे किया। आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। स्वीडन की कंपनी ने कहा कि वह जांचकर्ताओं के साथ सहयोग कर रही है।
कर अधिकारियों ने बताया कि कार्रवाई का मकसद कर ट्रांसफर प्राइसिंग (टीपी) मुद्दों समेत कर चोरी के कुछ आरोपों के संबंध में विस्तृत जानकारी एकत्र करना और दस्तावेज की जांच करना था। ट्रांसफर प्राइसिंग शब्द का इस्तेमाल कंपनी के अंदर होने वाले वित्तीय लेनदेन के लिए किया जाता है। पहले अधिकारियों ने बताया था कि यह छापे की कार्रवाई थी। सर्वे के भाग के रूप में कर अधिकारी केवल जांच के अंतर्गत आने वाली कंपनी के व्यावसायिक परिसर का दौरा करते हैं, जबकि छापे में व्यावसायिक के साथ-साथ आवासीय और संबद्ध परिसरों को भी कवर किया जाता है।
ट्रूकॉलर के बंगलूरू, मुंबई और गुरुग्राम में कार्यालय
कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, ट्रूकॉलर के देश में बंगलूरू, मुंबई और गुरुग्राम में कार्यालय हैं। कंपनी ने एक बयान में कहा कि बृहस्पतिवार 7 नवंबर को ट्रूकॉलर के भारत कार्यालयों की भारतीय कर अधिकारियों ने सर्वे किया। ट्रूकॉलर कार्यालयों में मौजूद अधिकारियों की पूरी सहायता कर रहा है। कंपनी ने कहा कि बिना किसी पूर्व सूचना के कार्रवाई की गई। ट्रूकॉलर कर विभागों से आधिकारिक पुष्टि और संचार का इंतजार कर रहा है। ट्रूकॉलर संबंधित अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग करेगा।
हमारी कार्यप्रणाली पूरी तरह पारदर्शी: स्वीडिश कंपनी
कराधान के संबंध में स्वीडिश कंपनी ने कहा कि सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनी के रूप में हमारी कार्यप्रणाली पूरी तरह से पारदर्शी है। ट्रूकॉलर भारत में नियमित कर ऑडिट के अलावा किसी भी कर जांच के अधीन नहीं है। ट्रूकॉलर ने हमेशा भारत और उन सभी क्षेत्रों में देय सभी करों का भुगतान किया है जहां यह काम करता है। कंपनी ने कहा कि उसके अंतर-समूह लेनदेन के लिए स्थानांतरण मूल्य निर्धारण नीति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत आर्म्स लेंथ मानक के अनुरूप है।