नई दिल्ली (ए)। भारत में एप्पल प्रोडक्ट्स के उत्पादन से रोजगार के नए रास्ते खुलने की संभावना है। एप्पल कंपनी अगले साल मार्च तक भारत में 2 लाख डायरेक्ट जॉब्स (सीधी नौकरियां) देने की योजना बना रही है, जिसमें से 70% नौकरियां महिलाओं के लिए होंगी। यह जानकारी एप्पल और भारत में इसके सप्लायर्स ने केंद्र सरकार को दी है। एपल अब चीन पर निर्भरता कम कर भारत पर फोकस करना चाहती है। एप्पल के कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन (अब टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स) और पेगाट्रॉन ने भारत में पहले ही 80,872 सीधी नौकरियां दी हैं। इसके अतिरिक्त, टाटा ग्रुप, सैलकॉम्प, मदरसन, फॉक्सलिंक (तमिलनाडु), सनवोडा (उत्तर प्रदेश), एटीएल (हरियाणा) और जेबिल (महाराष्ट्र) जैसे सप्लायर्स ने मिलकर करीब 84,000 नई नौकरियां पैदा की हैं।
2020 से अब तक 1.65 लाख नई नौकरियां
2020 में स्मार्टफोन पीएलआई (उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना) लागू होने के बाद से एपल के वेंडर्स और सप्लायर्स ने भारत में 1.65 लाख सीधी नौकरियां प्रदान की हैं। केंद्र सरकार का अनुमान है कि इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री में हर डायरेक्ट जॉब से तीन अतिरिक्त परोक्ष रोजगार उत्पन्न होते हैं। इसका मतलब है कि एपल के इकोसिस्टम से मार्च के अंत तक 5 से 6 लाख रोजगार उत्पन्न हो सकते हैं।
भारत में आईफोन उत्पादन में वृद्धि
2023-24 में भारत में आईफोन का उत्पादन 1.20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जिसमें से 85,000 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ है। हाल के आर्थिक सर्वे के अनुसार, दुनिया भर में 14% आईफोन का उत्पादन भारत में हो रहा है, जबकि 2022-23 में यह मात्र 7% था।
एप्पल में भारतीय मूल के केवन पारेख नए CFO
भारतीय मूल के केवन पारेख को एप्पल इंक का नया CFO (चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर) नियुक्त किया गया है। पारेख वर्तमान में एप्पल में फाइनेंशियल प्लानिंग एंड एनालिसिस के वाइस प्रेसिडेंट हैं और 1 जनवरी, 2025 से CFO का पद संभालेंगे। मौजूदा CFO लूका माएस्ट्री इसके बाद कॉर्पोरेट सर्विसेस टीम का हिस्सा बनेंगे।