अयोध्या (ए)। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद से श्रद्धालुओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी देखी जा रही है। 22 जनवरी से 14 जुलाई तक करीब 2 करोड़ लोगों ने मंदिर के दर्शन किए हैं। रोजाना औसतन 1.12 लाख श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे हैं। इस संख्या में और वृद्धि होने की संभावना है, खासकर राम की पैड़ी स्थित श्री नागेश्वर नाथ मंदिर में कांवड़ यात्री और 9 अगस्त से शुरू होने वाले सावन के झूला मेले के चलते।
परकोटे में 6 देवी-देवताओं के बन रहे हैं मंदिर
मुख्य श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा के अनुसार, 70 एकड़ क्षेत्र में बन रहे मंदिर के पहले और दूसरे तल, मुख्य शिखर, और रामदरबार का काम दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। मुख्य शिखर की ऊंचाई 161 फीट होगी और परकोटा (दीवार) का निर्माण मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। परकोटे में 6 देवी-देवताओं के मंदिर बन रहे हैं और दीवारों पर 85 ब्रॉन्ज म्यूरल लगाए जाएंगे। सप्त मंदिर का काम भी मार्च 2025 तक पूरा होगा।
1324 कैमरे किए गए इंस्टॉल
शेषावतार लक्ष्मण मंदिर का काम भी तेजी से चल रहा है और इसके साथ सप्त मंडप के मंदिरों को जोड़ने के लिए कॉरिडोर भी बन रहा है। इसके अलावा, एक ऑडिटोरियम का निर्माण भी किया जाएगा, जिसमें 500 लोगों की बैठने की क्षमता होगी। अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है और “सेफ सिटी” योजना के तहत 1324 कैमरे इंस्टॉल किए गए हैं।
रोजाना करीब ढाई हजार हवाई यात्रियों की हो रही आवाजाही
महर्षि बाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इस समय लगभग 5 लाख 20 हजार यात्री आ चुके हैं और रोजाना करीब ढाई हजार हवाई यात्रियों की आवाजाही हो रही है। एयरपोर्ट के निदेशक विनोद कुमार ने बताया कि अकासा एयरलाइंस की दो नई फ्लाइट शुरू हो रही हैं और इंडिगो भी मानसून के बाद नई उड़ानों की पेशकश कर रही है। वर्तमान में एयरपोर्ट पर दिल्ली, बेंगलुरु, कोलकाता, चेन्नई और मुंबई के लिए फ्लाइट्स उपलब्ध हैं। एयरपोर्ट के विस्तार के बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन भी शुरू होगा, जिसके लिए लगभग 800 करोड़ रुपए की लागत से इंटरनेशनल हिस्सा बनाया जाएगा।
अयोध्या में 1500 से अधिक होम स्टे
अयोध्या में अब तक 1500 से अधिक होम स्टे हैं। इसके अलावा, अयोध्या होटल एसोसिएशन के सचिव अनिल अग्रवाल के अनुसार, 60 नए होटल बन चुके हैं और 30 होटलों का निर्माण चल रहा है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान बने अस्थायी टेंट सिटी को हटा दिया गया है, लेकिन निजी कंपनियों की टेंट सिटी की बुकिंग अभी भी जारी है। एडवांस बुकिंग का दबाव कम हो गया है, जिससे आवास की सुविधा उपलब्ध हो रही है।