नई दिल्ली(ए)। मध्य प्रदेश के रीवा जिले का नाम एक बार फिर देश में रोशन हुआ है। जिले के गढ़ गांव में जन्मे उपेंद्र द्विवेदी नए भारतीय सेना प्रमुख होंगे। सैनिक स्कूल रीवा के 1973 से 1981 बैच के छात्र रहे जनरल उपेंद्र द्विवेदी अति विशिष्ठ सेवा मेडल, जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ उत्तरी कमान रहे हैं। देश में आतंकवाद विरोधी अभियानों में उनकी विशेष महारत है।
रीवा सैनिक स्कूल के पूर्व छात्र उपेंद्र द्विवेदी बने सेना प्रमुख
उपेंद्र द्विवेदी का जन्म एक जुलाई, 1964 को रीवा में हुआ था। दिसंबर 1984 में उन्हें जम्मू और कश्मीर राइफल्स की 18वीं बटालियन में कमीशन दिया गया। बाद में उन्होंने उसी यूनिट की कमान भी संभाली। 39 साल से अधिक के अपने सैन्य करियर में जनरल द्विवेदी ने उत्तरी सेना कमांडर, महानिदेशक (डीजी) इन्फैंट्री और सेना में कई अन्य कमांड नियुक्तियों सहित विभिन्न भूमिकाओं में काम किया है।
भारतीय नौसेना प्रमुख दिनेश त्रिपाठी भी रीवा में जन्में, यहीं पढ़े
रीवा के ही दिनेश त्रिपाठी संभाल रहे नौसेना की कमान रीवा में जन्मे दिनेश त्रिपाठी वर्तमान में भारतीय नौसेना प्रमुख हैं। वे 30 अप्रैल 2024 से इस पद को सुशोभित कर रहे हैं। एडमिरल त्रिपाठी इस जिम्मेदारी से पहले नौसेना के उपप्रमुख थे। त्रिपाठी का जन्म 15 मई 1964 को रीवा में हुआ था। वे सैनिक स्कूल रीवा के छात्र रहे हैं। एक जुलाई, 1985 को वह भारतीय नौसेना में शामिल हुए थे। संचार और इलेक्ट्रानिक युद्ध विशेषज्ञ एडमिरल त्रिपाठी का करीब 40 वर्ष का लंबा करियर रहा है।
लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी को वरिष्ठता के आधार पर नियुक्त किया गया है. रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि वर्तमान में थलसेना के उप-प्रमुख के रूप में कार्यरत लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को सरकार ने अगला थलसेना प्रमुख नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति 30 जून की दोपहर से प्रभावी होगी। जनरल मनोज पांडे को 31 मई को रिटायर होना था लेकिन उनका कार्यकाल एक महीने के लिए बढ़ा दिया था। लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी के बाद थलसेना में वरिष्ठतम अधिकारी दक्षिणी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार सिंह हैं।
PVSM, AVSM समेत कई सम्मान मिले
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम), अति विशिष्ट सेवा पदक (एवीएसएम) और तीन जीओसी-इन-सी प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है।