सीधी(ए)। सीधी घटना को लेकर प्रदेश को हिला कर रख दिया। एक मजदूरी करने वाले ने कैसे भोली भाली लड़कियों को अपने जाल में फंसाया और उनके साथ हैवानियत की। घटना को लेकर जहां पूर्व सीएम ने शासन प्रशासन पर सवाल उठाए हैं, वहीं सीएम मोहन ने भी गंभीरता दिखाते हुए सख्त निर्देश दिए हैं। सीएम मोहन ने एसआईटी टीम का गठन करके मामले की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही आरोपी पर पाक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई करने की बात कही है।
सीधी में अनुसूचित जनजाति की छात्राओं के साथ हुई घटना को लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अधिकारियों को एसआईटी द्वारा जांच कराने के निर्देश दिए। साथ ही एसआईटी की कमान महिला डीएसपी को सौंपी गई है। 9 सदस्य एसआईटी टीम मामले की पूरी जांच करेगी जिसे 7 दिन में रिपोर्ट देनी होगी। सीएम ने आरोपी पर पाक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।
बता दें कि सीधी में पेशे से मजदूरी करने वाले एक युवक ने फोन पर मैजिक एप का इस्तेमाल करके लड़कियों से महिला टीचर बात की। उसने लड़कियों को स्कॉलरशिप दिलाने के बहाने सूनसान जगह पर बुलाया और उनके साथ दरिंदगी की। आरोपी इतना शातिर था कि उसने 5 महीने में 7 लड़कियों को अपने जाल में फंसाया। 5 लड़कियां पुलिस तक पहुंच चुकी है, जबकि 2 की पहचान होना बाकी है। वहीं पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही लूट के मोबाइल उपलब्ध कराने वाले उसके दो अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी बृजेश पेशे से मजदूर है। उसकी दो शादियां हुई है। पहली बीवी उसे छोड़कर चली गई। आरोपी के एक बेटी भी है।