वाराणसी (ए)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर मंगलवार को वाराणसी से नामांकन पत्र दाखिल किया। हलफनामे में उन्होंने अपनी संपत्ति का पूरा ब्योरा दिया है। उनके पास कुल तीन करोड़ दो लाख छह हजार 889 रुपये की संपत्ति है। अपना खुद का कोई घर नहीं है। कोई गाड़ी भी नहीं है।
- पीएम मोदी के पास इतनी रकम
प्रधानमंत्री के पास कुल 52,920 रुपये नकद हैं, जबकि 2019 में उनके पास सिर्फ 38,750 नकद राशि थी। वहीं स्टेट बैंक के गांधीनगर शाखा में 73,304 और वाराणसी शाखा में केवल 7000 हजार रुपये हैं।
उनके पास 2,85,60,338 रुपये की स्टेट बैंक में एफडी भी है। 2019 में एक करोड़ 27 लाख 81 हजार 574 रुपये एफडीआर था। उस समय उनके बचत खाते में सिर्फ चार हजार 143 रुपये थे] लेकिन 2024 में 24,920 रुपये है।
इसके अलावा 9,12,398 रुपये की एनएससी (नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट) भी है। एक दशक पहले खरीदी गई 45 ग्राम की सोने की चार अंगूठी की कीमत 2,67,750 रुपये है जबकि वर्ष 2019 में दाखिल हलफनामे के अनुसार अंगूठी का मूल्य एक लाख 13 हजार 800 रुपये था। इस तरह, पांच वर्ष बाद अंगूठी की कीमत एक लाख 53 हजार 950 रुपये बढ़ गई है।
बैंक ने 2023-24 में उनके खाते से 3,33,179 रुपये की आय कर और टीडीएस काटा है। मोदी 2014 में देश के प्रधानमंत्री बने थे। 2019 में भी वह पीएम बने। उससे पहले वह 2001 से 2014 तक तीन बार गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
- पांच साल में बढ़ी 12,41,250 रुपये वार्षिक आमदनी
माेदी ने पिछले पांच साल की आयकर विवरणी में आय का ब्योरा भी शपथ पत्र के साथ दिया है! इसमें उनकी वार्षिक आमदनी में 12,41,250 रुपये की वृद्धि दर्शाई गई है।
वर्ष 2018-19 में 11,14,230 रुपये
वर्ष 2019-20 में 17,20,760 रुपये
2020-21 में 17,07,930 रुपये
2021-22 में 15,41,870 रुपये
2022-23 में 23,56,080 रुपये
- 2019 में दाखिल हलफनामा अनुसार वार्षिक आमदनी
2013-14 में 969711 रुपये
2014-15 में 8,58780 रुपये
2015-16 में 19,23160 रुपये
2016-17 में 14,59750 रुपये
2017-18 में 19,92,520 रुपये
- 2019 में था पैतृक संपत्ति में एक चौथाई हिस्सा
2019 के हलफनामे के अनुसार गुजरात के गांधी नगर स्थित आवासीय भवन (प्लाट नंबर 401 ए सेक्टर वन गांधी नगर) में पीएम मोदी की पैतृक संपत्ति का एक चौथाई हिस्सा था। प्लॉट को 25 अक्टूबर 2002 में खरीदा गया था। उस समय उसका मूल्य एक लाख 30 हजार 488 रुपये था और भवन निर्माण में 2,47208 रुपये खर्च हुआ था।
प्लाट लेने और भवन बनाने में कुल खर्च हुए 377696 रुपये व्यय हुए, लेकिन इस बार हलफनामे में इस प्रॉपर्टी का कोई जिक्र नहीं है। पहले भी उनके ऊपर किसी तरह का कोई केस किसी न्यायालय में लंबित नहीं था, आज भी दामन साफ हैं। उनके ऊपर कोई बकायेदारी नहीं है। शपथ पत्र में पत्नी का नाम यशोदाबेन है, लेकिन उनके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं है। पत्नी से संबंधित विवरण की कोई जानकारी नहीं दी गई है।
- मोदी ने 1983 में ली थी मास्टर डिग्री
पीएम मोदी ने एसएसएसी बोर्ड गुजरात से वर्ष 1967 में एसएससी की परीक्षा पास की थी। वर्ष 1978 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से मोदी ने बैचलर ऑफ आर्ट्स और 1983 में गुजरात यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री हासिल की थी।