तमिलनाडु(ए)। केंद्रीय मंत्री ईरानी ने लोकतंत्र की रक्षा के वादे के लिए शनिवार को कांग्रेस पर निशाना साधा और सवाल किया कि प्रतिबंधित संगठन पीएफआई की राजनीतिक शाखा एसडीपीआई का समर्थन “ले रही” और “संविधान जलाने के लिए प्रसिद्ध” द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) के साथ गठबंधन करने वाली पार्टी ऐसा कैसे कर सकती है। मंत्री ने 19 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए उत्तरी चेन्नई से भाजपा के उम्मीदवार आरसी पॉल कनगराज के लिए प्रचार करते हुए कथित सनातन धर्म विरोधी टिप्पणियों को लेकर तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रमुक के नेताओं की आलोचना की।
द्रमुक के साथ लोकतंत्र की रक्षा कैसे
उन्होंने कहा, “आज मैं एक ऐसे राज्य में खड़ी हूं जो अपनी आध्यात्मिक शक्ति के लिए प्रसिद्ध है…जो हमारी संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है और यही कारण है कि जब द्रमुक नेता सनातन धर्म पर हमला करते हैं, जब द्रमुक नेता हिंदू धर्म को बदनाम करने की कोशिश करते हैं तो राष्ट्र क्रोधित हो जाता है, और आज जब वे भारत और भारतीयता के बारे में बात करते हैं तो वे देश के सामने बेनकाब हो जाते हैं।” कांग्रेस पर निशाना साधते हुये ईरानी ने कहा, “आज कांग्रेस पार्टी कहती है कि वह लोकतंत्र की रक्षा करना चाहती है। कांग्रेस पार्टी से मेरा सवाल कि आप द्रमुक के साथ लोकतंत्र की रक्षा कैसे करेंगे, जो बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान को जलाने के लिए प्रसिद्ध है।”
आतंकवादी संगठन की शाखा का समर्थन ले रहे
उन्होंने 1980 के दशक के अंत में हिंदी विरोधी आंदोलन के दौरान कथित तौर पर द्रमुक द्वारा संविधान की प्रतियां जलाने की ओर इशारा करते हुए यह बात कही। ईरानी ने कहा, “कांग्रेस आज केरल में चुनाव लड़ने के लिए प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन पीएफआई की राजनीतिक शाखा (एसडीपीआई) का समर्थन ले रही है। लोगों को सोचना चाहिए कि जो कांग्रेस पार्टी और ‘इंडी’ गठबंधन आतंकवादी संगठन की राजनीतिक शाखा का समर्थन ले रहे हैं, क्या वे इस देश में लोकतंत्र की रक्षा कर सकते हैं।”